क्या बीएसएफ ने पंजाब सीमा पर तस्करी के कई प्रयास विफल किए?
सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ ने कई तस्करी प्रयासों को विफल किया।
- अवधारणा में सटीक खुफिया जानकारी की महत्वपूर्ण भूमिका है।
- पुलिस और बीएसएफ की संयुक्त कार्रवाई से नागरिकों की सुरक्षा में वृद्धि हुई है।
- अवैध हथियारों के गिरोह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है।
- डिजिटल ट्रांजेक्शन और फोन कॉल रिकॉर्ड की मदद से तस्करों का नेटवर्क ध्वस्त किया जा रहा है।
चंडीगढ़, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने भारत-पाक सीमा पर अद्वितीय सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का परिचय दिया है। बीएसएफ ने सीमा पार से तस्करी के कई प्रयासों को विफल किया।
इन जवानों ने अविश्वसनीय सतर्कता और त्वरित कार्रवाई करते हुए पंजाब में भारत-पाक सीमा पर तस्करी की कई कोशिशों को नाकाम किया है।
सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर, जवानों ने अमृतसर और फिरोजपुर के नजदीकी क्षेत्रों से ड्रोन, हेरोइन (3.8 किलोग्राम से अधिक), और गोला-बारूद बरामद किया। बरामदगी में डीजेआई माविक 3 ड्रोन और धनोई कलां, रानियां, दाओके, और हबीब वाला गांवों से हेरोइन के पैकेट शामिल थे।
ये लगातार बरामदगी बीएसएफ की सतर्कता, समन्वय और देश की सीमाओं की सुरक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। बीएसएफ सीमा पार से आने वाले खतरों के खिलाफ एक मजबूत ढाल के रूप में खड़ा है।
इससे पहले, पंजाब की एसएएस नगर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध हथियार तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया और चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये आरोपी कई राज्यों में हथियारों की सप्लाई करते थे।
पंजाब पुलिस ने आधिकारिक 'एक्स' हैंडल पर बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में दानवीर, बंटी, सिकंदर शेख और कृष्ण कुमार उर्फ हैप्पी गुज्जर शामिल हैं। उनके पास से पांच पिस्तौल, दो वाहन और 2 लाख रुपए नकद बरामद किए गए।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि मुख्य आरोपी दानवीर हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में सक्रिय पपला गुज्जर गिरोह का सहयोगी है। वह बंटी के साथ मिलकर हैप्पी गुज्जर और सिकंदर शेख को हथियार सप्लाई करने के लिए आया था।
पुलिस थाना सदर खरड़ में इस मामले की प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने कहा कि आगे की जांच जारी है, ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्य और उसके नेटवर्क का खुलासा किया जा सके। पंजाब पुलिस संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रखे हुए है ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पुलिस अधिकारी के अनुसार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से पंजाब में हथियारों की तस्करी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। पुलिस अब डिजिटल ट्रांजेक्शन, फोन कॉल रिकॉर्ड और सूचनादाताओं की मदद से नेटवर्क को ध्वस्त करने में जुटी है।