क्या पंजाब में ड्रग्स की लत में दंपति ने 6 माह के बेटे को 1.80 लाख रुपए में बेचा?

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क्या पंजाब में ड्रग्स की लत में दंपति ने 6 माह के बेटे को 1.80 लाख रुपए में बेचा?

सारांश

पंजाब के मानसा में एक दंपति ने नशे की लत के चलते अपने 6 माह के बच्चे को बेच दिया। इस घटना की जानकारी पुलिस को मिली और उन्होंने कार्रवाई की। यह मामला समाज के लिए चिंताजनक है।

Key Takeaways

  • नशे की लत से प्रभावित दंपति ने बच्चे को बेचा।
  • पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की।
  • कमीशन ने मामले की गंभीरता से जांच का आदेश दिया।
  • बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा आवश्यक है।
  • समाज को नशे के मुद्दे पर जागरूक होना चाहिए।

मानसा, 25 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब के मानसा जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहाँ एक नशेड़ी दंपति ने अपने 6 माह के नवजात बेटे को 1.80 लाख रुपए में एक स्क्रैप डीलर को बेच दिया।

इस अत्यंत दुखद मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्चे की मामी ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बच्चे को बरामद किया और बेचने वाले दंपति तथा खरीदार परिवार के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस घटना पर पंजाब स्टेट कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (पीएससीपीसीआर) ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मानसा के एसएसपी को नोटिस जारी किया है। कमीशन ने निर्देश दिए हैं कि बच्चे को तुरंत चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के हवाले किया जाए और मामले की गहन जांच की जाए।

कमीशन के चेयरमैन कंवरदीप सिंह ने राष्ट्र प्रेस को दिए बयान में कहा, "मानसा में एक माता-पिता ने नशे की लत में अपने 6 माह के बच्चे को 1.80 लाख रुपए में बेच दिया। बाद में मां को लगा कि वे उसके बिना नहीं रह सकते, तो वापस लेने की कोशिश की। यह मामला मीडिया में आया, तो हमने स्वत: संज्ञान लिया। बच्चे को खरीदना और बेचना दोनों ही अपराध हैं। हमने एसएसपी को पत्र लिखा है। मां एक राज्य स्तरीय खिलाड़ी थी, लेकिन ड्रग्स लेने लगी। पैसे की कमी के कारण बच्चे को बेच दिया। हम अपील करते हैं कि अगर बच्चे की देखभाल करने में असमर्थ हों तो उसे जिला मजिस्ट्रेट के पास छोड़ दें या सीडब्ल्यूसी को सौंप दें। सरकार उसकी देखभाल करेगी और एडॉप्शन के लिए उपलब्ध कराएगी। बच्चे को बेचना गंभीर अपराध है। पंजाब में ऐसी घटनाएं कम होती हैं, लेकिन यह हमारे लिए बेहद दुःखद है।"

पुलिस के अनुसार, आरोपी दंपति अकबरपुर खुदल गांव के निवासी हैं। पिता एक मजदूर है, जबकि मां राज्य स्तर की पहलवान रही, लेकिन नशे की चपेट में आ गई। आर्थिक तंगी और ड्रग्स की लत के चलते उन्होंने एक माह पहले 'गोदनामा' (एडॉप्शन डीड) के नाम पर बच्चे को बुद्लादा कस्बे के एक स्क्रैप डीलर को बेच दिया। खरीदार परिवार के पास पहले से तीन बेटियां हैं, इसलिए वे बेटे को गोद लेना चाहते थे। पैसे मिलने के बाद दंपति ने ड्रग्स खरीदे। मामी ने जब बच्चे के गायब होने की शिकायत की, तो पुलिस ने छापेमारी कर बच्चे को स्क्रैप डीलर के घर से बरामद कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Point of View

यह घटना हमारे समाज में बढ़ती नशे की लत और उससे उत्पन्न समस्याओं का संकेत देती है। हमें इस पर गहराई से विचार करने की आवश्यकता है कि कैसे हम ऐसे मामलों को रोक सकते हैं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं।
NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

इस घटना का मुख्य कारण क्या था?
इस घटना का मुख्य कारण दंपति की नशे की लत और आर्थिक तंगी थी।
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने बच्चे को बरामद किया और दंपति व खरीदार परिवार को गिरफ्तार किया।
बच्चे को क्यों बेचा गया?
बच्चे को पैसे की कमी और नशे की लत के कारण बेचा गया।
कमीशन ने क्या कदम उठाए?
कमीशन ने बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंपने के निर्देश दिए।
इस घटना से समाज को क्या सीख मिलती है?
यह घटना हमें नशे की लत के ख़तरों और बच्चों के अधिकारों की रक्षा के महत्व पर ध्यान देने का संकेत देती है।