क्या पंजाब सरकार ने पंचायतों को एक रुपया नहीं दिया?
सारांश
Key Takeaways
- पंजाब सरकार ने पंचायतों को चार वर्षों में कोई वित्तीय सहायता नहीं दी।
- प्रताप सिंह बाजवा ने कांग्रेस की सरकार आने का आश्वासन दिया।
- चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाए गए।
- सरपंचों को पिछले एक साल से कोई फंड नहीं मिला।
- नवजोत कौर सिद्धू का बयान कांग्रेस में वित्तीय भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
गुरदासपुर, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि पिछले चार वर्षों में सरकार ने पंचायतों को एक भी रुपया नहीं दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब लोगों के पास जहर खाने के लिए पैसे नहीं हैं, तो सरकार उन्हें और क्या देगी? उन्होंने आश्वासन दिया कि एक साल बाद कांग्रेस की सरकार आएगी और वे पंचायतों को धन प्रदान करेंगे। साथ ही, उन्होंने चुनाव आयोग और नवजोत कौर सिद्धू के मामले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि भगवंत मान की सरकार ने चार साल में पंचायतों को कोई भी फंड नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि सरपंचों को पिछले एक साल से कोई सहायता नहीं मिली है। अब तो लोगों के पास जहर खाने के पैसे नहीं हैं, तो और क्या दिया जाएगा?
उन्होंने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आयोग और राज्य चुनाव आयोग दोनों ही प्रभावहीन हैं। इनसे जो भी कहा जाए, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
कांग्रेस पार्टी के उच्च नेतृत्व द्वारा नवजोत कौर सिद्धू की रिपोर्ट की मांग पर, उन्होंने कहा कि इस पर केवल पार्टी का उच्च नेतृत्व ही उत्तर दे सकता है। अन्य नेताओं पर पैसे मांगने के आरोपों के बारे में उन्होंने कहा कि ये लोग चार साल से सो रहे थे, अब इन्हें विजिलेंस के पास जाकर जवाब देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि हर कोई अपने लिए शोहरत चाहता है और ऐसे बयानों के जरिए वह मीडिया की सुर्खियों में बने रहना चाहता है।
भाजपा नेता और पूर्व कांग्रेस विधायक हरजिंदर सिंह ठेकेदार ने नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में किसी को सीएम फेस बनाने के लिए 500 करोड़ रुपए देने पड़ते हैं।