क्या लाखों भक्तों ने शांतिपूर्ण तरीके से अधारा पाना और नीलाद्री बीजे का दिव्य अनुष्ठान देखा?

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क्या लाखों भक्तों ने शांतिपूर्ण तरीके से अधारा पाना और नीलाद्री बीजे का दिव्य अनुष्ठान देखा?

सारांश

पुरी में आयोजित अधारा पाना अनुष्ठान ने लाखों भक्तों को एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव दिया। कलेक्टर चंचल राणा ने व्यवस्थाओं की सराहना की और आगामी अनुष्ठानों की तैयारियों पर भी चर्चा की। जानें इस दिव्य आयोजन के पीछे की कहानी।

Key Takeaways

  • अधारा पाना अनुष्ठान का आयोजन शांति और भक्ति के साथ हुआ।
  • कलेक्टर ने व्यवस्थाओं की सराहना की।
  • भीड़ प्रबंधन में सफलता मिली।
  • आगामी अनुष्ठान के लिए विशेष तैयारियों पर ध्यान दिया जा रहा है।
  • पुरी के नगर निगम का गठन स्थानीय विकास में योगदान देगा।

पुरी, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। पुरी कलेक्टर चंचल राणा ने अधारा पाना अनुष्ठान और भगवान जगन्नाथ के नीलाद्री बीजे के सफल आयोजन पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की व्यवस्थाओं ने लाखों भक्तों के लिए एक शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक रूप से संतोषजनक अनुभव सुनिश्चित किया।

राणा ने कहा, “नीलाद्री बीजे के दौरान महाप्रभु जगन्नाथ का गर्भगृह में वापस लौटना और पवित्र अधारा पाना अनुष्ठान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। लाखों भक्त गहरी भक्ति के साथ एकत्र हुए और सब कुछ सुचारू रूप से चला।”

उन्होंने बताया कि अधारा पाना के दिन भीड़ रथ यात्रा समारोह के पिछले दिनों की तुलना में कहीं अधिक थी। कलेक्टर ने कहा, “बड़ी संख्या में लोगों के आने के बावजूद, भीड़ की आवाजाही व्यवस्थित रही। पार्किंग, यातायात विनियमन और भीड़ प्रबंधन के बारे में हमारी विस्तृत योजना ने भक्तों के लिए एक शांतिपूर्ण अनुभव सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”

कलेक्टर ने आगामी अनुष्ठान की तैयारियों का भी जिक्र किया, जिसमें भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा गर्भगृह के अंदर रत्न सिंहासन पर चढ़ेंगे। उन्होंने कहा, "हमें उस पवित्र समारोह में भी बड़ी भीड़ आने की उम्मीद है, और इसे सुचारू रूप से प्रबंधित करने के लिए हमारी टीमें पहले से ही मौजूद हैं। भगवान जगन्नाथ की कृपा से, सब कुछ ठीक चलता रहेगा।"

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी द्वारा हाल ही में पुरी नगर पालिका को नगर निगम घोषित करने की घोषणा पर, राणा ने कहा, "हम सरकार से आगे के विवरण और आधिकारिक निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हालांकि, यह पुरी के लोगों के लिए गर्व और खुशी का क्षण है। यह निश्चित रूप से शहर के विकास में योगदान देगा और तीर्थयात्रियों के अनुभव को बढ़ाएगा।"

उन्होंने जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि हर भक्त, चाहे वह स्थानीय निवासी हो या पर्यटक, भगवान के सुरक्षित और दिव्य दर्शन सुनिश्चित करेगा।

Point of View

NationPress
10/12/2025

Frequently Asked Questions

अधारा पाना अनुष्ठान क्या है?
अधारा पाना अनुष्ठान भगवान जगन्नाथ के प्रति भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है, जिसमें भक्त एकत्र होते हैं।
नीलाद्री बीजे का महत्व क्या है?
नीलाद्री बीजे भगवान जगन्नाथ के गर्भगृह में उनकी वापसी का प्रतीक है और यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है।
पुरी में भक्तों की संख्या कितनी थी?
इस वर्ष लाखों भक्तों ने अधारा पाना अनुष्ठान में भाग लिया।
भीड़ प्रबंधन कैसे किया गया?
पार्किंग, यातायात विनियमन और भीड़ प्रबंधन की विस्तृत योजना के माध्यम से व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गईं।
आगामी अनुष्ठान की तैयारियों के बारे में क्या जानकारी है?
कलेक्टर ने बताया कि भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के लिए रत्न सिंहासन पर चढ़ने की तैयारी की जा रही है।
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