क्या पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में भीषण सड़क दुर्घटना में 9 लोगों की मौत हुई?

सारांश
Key Takeaways
- नौ लोगों की मौत हुई।
- बोलेरो गाड़ी एक शादी समारोह से लौट रही थी।
- तुरंत कार्रवाई के लिए पुलिस मौके पर पहुंची।
- राजनीतिक नेताओं ने सड़क सुरक्षा पर चिंता जताई।
- राज्य सरकार से सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार की मांग।
पुरुलिया, 20 जून (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में एक भयानक सड़क दुर्घटना घटी है, जिसमें नौ लोगों की जान चली गई। यह हादसा बलरामपुर थाना क्षेत्र के नामशोल गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर उस समय हुआ, जब बोलेरो गाड़ी में सवार लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे।
जानकारी के अनुसार, सुबह 7 बजे पुरुलिया-जमशेदपुर राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर बलरामपुर के नामशूल में यह दुर्घटना हुई। बारातियों से भरी बोलेरो गाड़ी शादी समारोह से वापस पुरुलिया से बलरामपुर की ओर लौट रही थी। अचानक जमशेदपुर की ओर से तेज गति से आ रही एक ट्रेलर ने उसे टक्कर मार दी, जिससे गाड़ी चकनाचूर हो गई, जबकि ट्रेलर भी सड़क किनारे पलट गया। घटना के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ठप हो गया।
हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। बोलेरो में सवार 9 लोगों को ब्लॉक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक झारखंड के निमडीह के निवासी थे, जो पुरुलिया में एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद घर लौट रहे थे।
बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस सड़क दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनी जान गंवाई।
सुवेंदु अधिकारी ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा, "सुबह पुरुलिया के बलरामपुर में एक दुखद सड़क दुर्घटना में 9 लोगों की जान चली गई। यह घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 18 पर नामशोल गांव में हुई। एक ट्रेलर ने बोलेरो गाड़ी को टक्कर मार दी और दोनों वाहन घटनास्थल पर ही पलट गए।"
उन्होंने पुरुलिया हादसे से पहले गुरुवार को हावड़ा में हुई घटना का जिक्र करते हुए राज्य सरकार को घेरा। कहा, "हावड़ा के बगनान में लाइब्रेरी मोड़ पर एक यात्री बस और ट्रक के बीच भीषण टक्कर हुई थी, जिसमें दो यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और एक अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। कम से कम 26 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पश्चिम बंगाल में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा नियमों के क्रियान्वयन में एक प्रणालीगत विफलता को दर्शाती है।"
उन्होंने कहा, "ये निरंतर हो रही त्रासदियां पश्चिम बंगाल में सड़क सुरक्षा मानकों की भयावह गिरावट को उजागर करती हैं, जो सीधे गृह मंत्री ममता बनर्जी के अधिकार क्षेत्र में आती है। खराब ट्रैफिक व्यवस्था, अपर्याप्त सड़क बुनियादी ढांचे और कमजोर कानून प्रवर्तन के कारण पश्चिम बंगाल की सड़कों पर प्रतिदिन अनगिनत लोगों की जान जा रही है। यह सही समय है कि राज्य सरकार ऐसी हृदय विदारक त्रासदियों को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार को प्राथमिकता दे।