क्या कतर के प्रधानमंत्री इजरायली हमलों के बाद अमेरिकी दौरे पर डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- डोनाल्ड ट्रंप और शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी की बैठक मिडिल ईस्ट में शांति की दिशा में एक कदम है।
- इजरायली हवाई हमले के बाद यह मुलाकात हो रही है, जो महत्वपूर्ण है।
- बैठक में रक्षा सहयोग पर भी चर्चा की जाएगी।
- कतर ने इजरायल पर शांति की संभावनाओं को तोड़ने का आरोप लगाया है।
- कतर युद्ध विराम वार्ता में मध्यस्थता जारी रखने का इरादा रखता है।
वाशिंगटन, १३ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप न्यूयॉर्क में कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात करेंगे। यह बैठक कुछ ही दिनों बाद हो रही है जब दोहा में इजरायली हवाई हमले हुए थे, जिसमें हमास के नेताओं को लक्ष्य बनाया गया था। स्थानीय मीडिया ने इसकी पुष्टि की है।
रिपोर्टों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी इस बैठक में भाग लेने की संभावना है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने एनबीसी न्यूज के हवाले से बताया कि कतर के प्रधानमंत्री शुक्रवार को व्हाइट हाउस में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ लगभग एक घंटे की बातचीत के बाद न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगे।
व्हाइट हाउस में हुई बैठक को काफी सकारात्मक बताया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने मिडिल ईस्ट में शांति स्थापित करने में कतर की भूमिका और दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर चर्चा की।
एक अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी साथ में डिनर करेंगे, जिसमें ट्रंप के एक शीर्ष सलाहकार, अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ भी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी मंगलवार को हुए इजरायली हमले के बाद कतर की ओर से बुलाई गई इमरजेंसी अरब समिट से ठीक पहले अमेरिका दौरे पर गए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा था कि उन्हें हमले के स्थान को लेकर बहुत दुख हुआ है और उन्होंने फोन पर कतर के नेताओं को आश्वासन दिया कि ऐसी घटना दोबारा उनके देश की जमीन पर नहीं होगी।
कतर ने इजरायल पर शांति की संभावनाओं को तोड़ने का आरोप लगाया है। कतर ने स्पष्ट किया है कि वह इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका से पीछे नहीं हटेगा।