क्या रायबरेली में दलित की हत्या से शासन पर संकट बढ़ेगा?

सारांश
Key Takeaways
- रायबरेली में दलित हरिओम की हत्या ने व्यापक आक्रोश पैदा किया।
- पुलिस ने इस मामले में पांच गिरफ्तारियां की हैं।
- पीड़ित परिवार दोषियों के लिए कठोर सजा की मांग कर रहा है।
रायबरेली, 6 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक दलित व्यक्ति की बर्बर हत्या कर दी गई, जिससे राज्य में आक्रोश और राजनीतिक हलचल पैदा हो गई है। इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
पीड़ित की पहचान हरिओम के रूप में हुई है, और एक स्थानीय समूह ने उसे लाठी-डंडों और बेल्ट से पीट-पीटकर मार डाला।
परिवार के अनुसार, हरिओम अपने ससुराल दांडेपुर जमुनापुर जा रहा था, तभी भीड़ ने उसे घेर लिया और ड्रोन चोर होने के संदेह में उसकी पिटाई शुरू कर दी।
रायबरेली के एएसपी संजीव कुमार सिन्हा ने पुष्टि की है कि मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
उन्होंने कहा, "ऊंचाहार थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को चोर समझकर कुछ लोगों द्वारा पीट-पीटकर मार डालने के मामले में तुरंत मुकदमा दर्ज कर पांच लोगों को जेल भेज दिया गया है। बाकी आरोपियों की पहचान कर उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।"
सिन्हा ने बताया कि लापरवाही के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर सहित तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है।
हरिओम की पत्नी पिंकी ने अपने पति की हत्या के लिए न्याय की मांग की है। उनके दंपति की एक चार साल की बेटी है।
पिंकी ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "उन लोगों ने उसे पकड़कर पीट-पीटकर मार डाला। आरोपियों को उसी तरह की सजा मिलनी चाहिए जैसी मेरे पति को मिली। मुझे सरकार से न्याय चाहिए।"
हरिओम के पिता ने भी आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की है और उनके घरों को बुलडोजर से गिराने की भी मांग की है।
उन्होंने कहा, "मेरे बेटे की हत्या कर दी गई। हमें 2 अक्टूबर को इसकी सूचना मिली। हम मांग करते हैं कि हत्यारों को मौत की सजा दी जाए और उनके घरों को बुलडोजर से गिरा दिया जाए।"
हरिओम की बहन कुसुम ने कहा, "2 अक्टूबर को मैं अस्पताल में थी, तो मेरी भाभी का फोन आया। उन्होंने कहा कि आपके भैया को कुछ लोग बांधकर मार रहे हैं। मेरा भाई कभी चोर नहीं हो सकता।"
इस घटना पर तीखी राजनीतिक प्रतिक्रिया हुई है, और विपक्षी दलों ने भाजपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार पर दलितों और हाशिए पर पड़े समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफलता का आरोप लगाया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पीड़ित परिवार से सोमवार को मुलाकात की है। उन्होंने कहा, "पूरी कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। हम उन्हें न्याय दिलाएंगे।" उन्होंने मांग की है कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए और साथ में एक करोड़ रुपए भी दिए जाएं।
हालांकि, सरकार ने आश्वासन दिया है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "यह एक बेहद दुखद घटना है और मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ। दोषी पाए जाने वाले सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।"