क्या रायबरेली में घुसपैठियों के खिलाफ पुलिस का एक्शन बढ़ रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- रायबरेली में घुसपैठियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई तेज हुई है।
- बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान की जा रही है।
- संदिग्धों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
- मुख्यमंत्री के निर्देशों से कार्रवाई को गति मिली है।
- अस्थायी डिटेंशन सेंटर बनाए जाएंगे।
रायबरेली, 17 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेशों के बाद, रायबरेली पुलिस ने घुसपैठियों के खिलाफ एक सख्त अभियान शुरू किया। यूपी सरकार की पहल के तहत, पुलिस ने जिले में संदिग्ध और अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों की पहचान के लिए व्यापक चेकिंग अभियान चलाया।
पुलिस ने विशेष रूप से बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान के लिए रेलवे लाइन के किनारे स्थित मकानों की गहन जांच की। इस दौरान वहां निवास करने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की गई और उनके पहचान संबंधी दस्तावेजों को जांचा गया। कई मकानों पर ताले बंद मिले, जिनकी जानकारी पुलिस ने दर्ज की।
जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि कुछ बाहरी लोग कई वर्षों से रायबरेली में रह रहे हैं, हालांकि वे अन्य जनपदों के निवासी हैं। ऐसे सभी व्यक्तियों के दस्तावेज संबंधित थानों से सत्यापित किए जाएंगे। पुलिस ने कहा है कि यदि कोई संदिग्ध पाया गया, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस चेकिंग अभियान को लेकर सीओ सिटी ने बताया कि यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। घुसपैठियों और अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों की पहचान की जाएगी और आवश्यकतानुसार उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मुद्दे पर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि अवैध घुसपैठियों की पहचान सुनिश्चित करें और नियमानुसार कार्रवाई करें। इसके तहत हर जनपद में अस्थायी डिटेंशन सेंटर बनाए जाएंगे, जहां विदेशी नागरिकता वाले अवैध प्रवासियों को रखा जाएगा।
इन केंद्रों में रखे गए घुसपैठियों को तय प्रक्रिया के अनुसार उनके मूल देश भेजा जाएगा।