क्या राघव चड्ढा ने नए राज्यसभा सभापति का स्वागत विशेष अंदाज में किया?

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क्या राघव चड्ढा ने नए राज्यसभा सभापति का स्वागत विशेष अंदाज में किया?

सारांश

राज्यसभा में नवनिर्वाचित सभापति सीपी राधाकृष्णन का स्वागत करते हुए राघव चड्ढा ने अद्भुत शब्दों का प्रयोग किया। उनकी कविता और विचारों ने सभी को प्रभावित किया। क्या वे नए सभापति के कार्यकाल में एक परिवार की तरह सदन को आगे बढ़ाने की उम्मीद रखते हैं?

Key Takeaways

  • राघव चड्ढा का स्वागत समारोह सदन की गरिमा को बढ़ाता है।
  • सीपी राधाकृष्णन का नाम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन से प्रेरित है।
  • राज्यसभा में समावेशी माहौल बनाए रखने की आवश्यकता है।
  • विपक्ष ने चड्ढा की बातों को सराहा।
  • नए सभापति ने निष्पक्ष संचालन का आश्वासन दिया।

नई दिल्ली, 1 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने पार्टी की सीमाओं को पार करते हुए कविता के माध्यम से नवनिर्वाचित राज्यसभा सभापति सीपी राधाकृष्णन का स्वागत किया।

शीतकालीन सत्र के पहले दिन, सदन के नेता जगत प्रकाश नड्डा ने पारंपरिक धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए, सांसद राघव चड्ढा ने राधाकृष्णन के आगमन को 'लंबे अंधेरे के बाद उगते सूरज', 'तूफान से घिरे जहाज का आखिरकार किनारे पर पहुंचना' और 'बेरहम गर्मी के बाद बारिश की पहली बूंदों' के समान बताया।

चड्ढा ने कहा कि नए सभापति का पूरा नाम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम पर रखा गया है, जो भारत के पहले उपराष्ट्रपति और 1952 में राज्यसभा के पहले सभापति थे। उन्होंने कहा कि 73 साल बाद, नियति ने एक और राधाकृष्णन को उसी कुर्सी पर बिठाया है।

आप सांसद ने कहा कि तीखे राजनीतिक या वैचारिक मतभेद रखने वाले लोग भी नए सभापति राधाकृष्णन को अजातशत्रु कहते हैं, जिसका कोई दुश्मन नहीं है।

आप नेता ने विश्वास व्यक्त किया कि सभापति राधाकृष्णन अपने नाम के इस गौरवशाली व्यक्तित्व की समावेशी विरासत को आगे बढ़ाएंगे।

उन्होंने कहा कि यह सदन एक परिवार जैसा होना चाहिए, युद्धक्षेत्र जैसा नहीं। हमें उम्मीद है कि राज्यसभा में सबसे नए सदस्यों को आपके मार्गदर्शन में बोलने और आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे।

अपने समापन भाषण में उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपने पदों के कारण जाने जाते हैं, तो कुछ लोग अपने पदों को अमरता और प्रतिष्ठा प्रदान करते हैं। हमें विश्वास है कि आपका कार्यकाल दूसरी श्रेणी का होगा।

इस दौरान विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई वरिष्ठ सदस्य राघव चड्डा की बात से सहमत नजर आए और उन्हें सहमति जताते हुए देखा गया।

सभापति राधाकृष्णन ने सांसद राघव चड्ढा के हृदयस्पर्शी शब्दों के लिए धन्यवाद दिया और सदन का संचालन निष्पक्षता, गरिमा और स्नेह के साथ करने का वादा किया।

Point of View

वह स्पष्ट करता है कि राजनीति में भी मानवता को स्थान दिया जा सकता है। यह सदन के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

राघव चड्ढा ने नए सभापति का स्वागत क्यों किया?
उन्होंने कविता के माध्यम से सीपी राधाकृष्णन का स्वागत कर उनकी उपलब्धियों को सराहा।
क्या राधाकृष्णन का नाम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन से जुड़ा है?
हां, नए सभापति का नाम भारत के पहले उपराष्ट्रपति के नाम पर रखा गया है।
राज्यसभा में सदस्यों के बीच का माहौल कैसा होना चाहिए?
सदन को एक परिवार जैसा होना चाहिए, न कि युद्धक्षेत्र जैसा।
क्या विपक्ष ने चड्ढा की बातों पर सहमति जताई?
हां, विपक्ष के नेता और अन्य वरिष्ठ सदस्य उनकी बातों से सहमत नजर आए।
राधाकृष्णन ने अपने कार्यकाल के बारे में क्या कहा?
उन्होंने सदन का संचालन निष्पक्षता और गरिमा के साथ करने का वादा किया।
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