क्या राहुल गांधी अपनी छवि सुधारने के लिए राष्ट्र विरोधी तत्वों का सहारा ले रहे हैं? : चंद्रशेखर बावनकुले

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की छवि पर सवाल उठाए गए हैं।
- चंद्रशेखर बावनकुले ने गंभीर आरोप लगाए हैं।
- भविष्य में कांग्रेस को चुनाव में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
- चुनाव आयोग पर आरोप लगाना गलत है।
- राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप से सच्चाई की ओर बढ़ना चाहिए।
मुंबई, ११ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने वोट चोरी के मुद्दे और चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को जनता ने नकार दिया है और वे अपनी छवि को सुधारने की कोशिश में लगे हैं।
मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी को जनता ने नकारा है, उससे वे उभरना चाहते हैं। इसके लिए वे विदेशी ताकतों और राष्ट्र विरोधी तत्वों का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने चुनाव आयोग के माध्यम से ६५ वर्षों तक सरकार चलाई, लेकिन हमने कभी उस पर आरोप नहीं लगाया। अब भाजपा सरकार में, कांग्रेस उस संविधान और संस्था का अपमान कर रही है जो हमें लोकतंत्र में मार्गदर्शन करती है।
चुनाव आयोग पर आरोप लगाना देशद्रोह के समान है। उन्होंने कहा कि बिहार और महाराष्ट्र में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ेगा। जनता का वोट संदिग्ध करना और उस पर विश्वास न करना कांग्रेस को महंगा पड़ेगा। जनता २०२९ के लोकसभा चुनाव में जवाब देगी।
बावनकुले ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के जन्मदिन पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि भागवत का जीवन एक खुली किताब की तरह है। हिंदू समाज देख रहा है कि उनका जीवन हिंदू राष्ट्र और देश के लिए समर्पित है। मेरे जैसे कार्यकर्ताओं पर उनके मूल्यों की छाया है, हमें उनका आशीर्वाद मिलता है।
जब हम समाज के लिए काम करते हैं, तो मोहन भागवत से प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा, "मैं उनकी दीर्घायु की कामना करता हूं, ताकि वे स्वस्थ और निरोगी रहें। देश और विकसित राष्ट्र को उनकी आवश्यकता है।
एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत के बयान पर बावनकुले ने जोरदार प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर सबक सिखाया। संजय राउत ने सैनिकों पर अविश्वास जताया, जिससे उनका मनोबल गिरा। ऐसे समय में जवानों की सराहना करने के बजाय, उनकी आलोचना करना गलत है।
लोकसभा चुनाव में नासिक के सांसदों ने अपनी रैलियों में पाकिस्तानी झंडे लहराए थे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग क्रिकेट जैसे मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं। उन्हें पहले अपने चेहरे पर देखना चाहिए, अपने रैलियों के वीडियो देखना चाहिए।