क्या राहुल गांधी पिकनिक मनाने आए थे और वापस चले गए?: सम्राट चौधरी

Click to start listening
क्या राहुल गांधी पिकनिक मनाने आए थे और वापस चले गए?: सम्राट चौधरी

सारांश

बिहार में चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ महागठबंधन का विरोध प्रदर्शन जारी है। राहुल गांधी की पटना यात्रा पर भाजपा नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। सम्राट चौधरी ने राहुल गांधी को पिकनिक मनाने वाला नेता कहा। जानिए इस विवाद की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • राहुल गांधी का पटना दौरा और विरोध मार्च में भागीदारी।
  • सम्राट चौधरी का राहुल पर पिकनिक मनाने का आरोप।
  • महागठबंधन का मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ प्रदर्शन।
  • भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा वार किया।
  • राजनीतिक विवाद के बीच बिहार में विकास की चर्चा।

पटना, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ महागठबंधन में शामिल सभी दलों के नेता सड़कों पर उतर आए हैं। इस कड़ी में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी पटना पहुंचे और महागठबंधन द्वारा आयोजित विरोध मार्च में शामिल हुए। इस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राहुल गांधी पर निशाना साधा।

बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी पिकनिक मनाने आए थे। उन्हें बिहार के मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है। पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बिहार के विकास में कोई योगदान नहीं है। ये केवल पिकनिक मनाने वाले नेता हैं, आते हैं और चले जाते हैं। हालांकि, उन्हें बिहार में प्रगति देखनी चाहिए, जैसे कि बिहार हवाई अड्डा जिसे उन्होंने बहुत अच्छा बताया।

भाजपा के नेता सम्राट चौधरी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 99 सीटें मिली थीं, तब राहुल गांधी को लगा था कि उन्होंने पूरा देश जीत लिया। यह लोकतंत्र है, जहां वोट लेना पड़ता है और जनता का आशीर्वाद चाहिए। यह राजतंत्र नहीं है।

उन्होंने कहा कि गांधी परिवार का राजतंत्र समाप्त हो चुका है, यह जनता का लोकतंत्र है और जनता ही तय करेगी। दूसरी ओर, भाजपा के नेता और पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि विपक्षी दलों का प्रदर्शन उनका अधिकार है, लेकिन सवाल यह है कि इस देश में एमपी, एमएलए वही बनाता है जो भारत का नागरिक हो और 18 साल से ऊपर का हो। जहां से वह वोट देता है, वहाँ का वह निवासी होना चाहिए। अगर कोई पटना से सांसद है तो दिल्ली में वोट नहीं दे सकता। अगर मतदाता पुनरीक्षण का कार्य हो रहा है, तो उन्हें परेशानी क्यों है।

इधर, बिहार के मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि मतदाता सूची की एक व्यवस्था चली आ रही है। ये लोग निर्वाचन आयोग को चुनौती दे रहे हैं। इसके बाद ये लोग अपनी बात रखने के लिए सर्वोच्च न्यायालय गए, लेकिन अब इन लोगों को उस पर भी विश्वास नहीं है। वहां अपनी बात कहते, लेकिन उसके पहले ही ये सड़कों पर उतर आए। यही कारण है कि अब ये सड़कों पर उतरकर हंगामा कर रहे हैं।

महागठबंधन ने बुधवार को मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में बिहार में चक्का जाम बुलाया था। कई स्थानों पर बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और आवागमन बाधित किया।

Point of View

यह मामला बिहार की राजनीति को दर्शाता है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप एक आम बात है, लेकिन इस बार लोगों के मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। हमें लोकतंत्र में जनता की आवाज सुननी चाहिए, क्योंकि अंततः वही निर्णय लेते हैं।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

राहुल गांधी ने बिहार में क्या किया?
राहुल गांधी ने बिहार में महागठबंधन द्वारा आयोजित विरोध मार्च में भाग लिया।
सम्राट चौधरी का राहुल गांधी पर क्या आरोप है?
सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी पिकनिक मनाने आए थे और बिहार की समस्याओं से उन्हें कोई लेना-देना नहीं है।
महागठबंधन का विरोध किसके खिलाफ है?
महागठबंधन का विरोध चुनाव आयोग के मतदाता पुनरीक्षण के खिलाफ है।
इस प्रदर्शन का उद्देश्य क्या है?
इस प्रदर्शन का उद्देश्य मतदाता पुनरीक्षण प्रक्रिया में सुधार की मांग करना है।
भाजपा का इस पर क्या कहना है?
भाजपा ने कहा है कि राहुल गांधी को बिहार के विकास में कोई योगदान नहीं है।