क्या राहुल गांधी का बयान सही है? बृजभूषण शरण सिंह का पलटवार

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का बयान अमेरिकी राष्ट्रपति से संबंधित था।
- भाजपा ने इसे आधारहीन करार दिया।
- बृजभूषण ने बिहार चुनाव पर भी अपनी राय दी।
- लोकतंत्र में पर्चा दाखिला महत्वपूर्ण है।
बलिया, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति से संबंधित बयान पर भाजपा ने जोरदार प्रतिक्रिया दी है। भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने इस बयान को आधारहीन बताते हुए कहा कि राहुल गांधी की बातें गंभीरता से नहीं ली जानी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि नेता प्रतिपक्ष को कोई गंभीरता से नहीं लेता। राहुल गांधी को यह समझ नहीं है कि कौन सा सवाल उठाना चाहिए और कौन सा नहीं।
बृजभूषण ने बिहार चुनाव में सीटों को लेकर चल रही तनातनी पर भी अपनी राय रखी। उनका कहना था कि लोकतंत्र में जब तक पर्चा दाखिला नहीं होता, तब तक पार्टियों में घमासान चलता रहेगा।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पर्चा दाखिला और पर्चा वापसी के बाद चुनाव शांतिपूर्वक होंगे।
सभी विधायक बनने की इच्छा रखते हैं, लेकिन पार्टी एक निर्णय लेती है। इस स्थिति में अंततः सब कुछ समाप्त हो जाएगा और चुनाव प्रक्रिया सुचारू रूप से पूरी होगी।
उन्होंने ओम प्रकाश राजभर द्वारा बिहार में चुनाव लड़ने की घोषणा पर कहा कि क्या उनके पास वहां कुछ है?
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के 'वोट चोरी' के नारे पर भी प्रतिक्रिया दी। बृजभूषण ने इसे हास्यास्पद बताया और 1975 में लागू की गई इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय इंदिरा गांधी ने लाखों लोगों को जेल में भेजा था।
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका ने चुनाव रद्द किया था, लेकिन इंदिरा गांधी दोबारा चुनाव में जा सकती थीं। उन्होंने कहा कि जिसने इस देश में लोकतंत्र को अस्थायी रूप से रोकने की कोशिश की, वही आज नारे लगा रही है।