क्या राहुल गांधी चेक कर सकते हैं बिहार चुनाव का सीसीटीवी फुटेज?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने चुनाव सुधारों पर चर्चा की।
- संबित पात्रा ने उन्हें झूठा बताया।
- वोट चोरी के आरोप पर बहस जारी है।
- सीसीटीवी फुटेज का मुद्दा उठाया गया।
- राजनीतिक प्रतिस्पर्धा का ये एक हिस्सा है।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव सुधारों पर चर्चा करते हुए अपनी बात रखी। इस पर भाजपा सांसद संबित पात्रा ने जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने तथ्यों को नहीं, बल्कि झूठ प्रस्तुत किया। आज तक सदन में किसी नेता ने चुनाव आयोग और चुनाव आयुक्त को धमकी नहीं दी।
संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वे यह कह रहे हैं कि अगर हम सत्ता में आए तो आपको नहीं छोड़ेंगे। इस प्रकार की धमकी अज्ञानता और अहंकार का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि वोट चोरी के माध्यम से हरियाणा, बिहार और महाराष्ट्र के चुनावों में जीत हासिल की गई, जो मतदाताओं का अपमान है। बड़ी संख्या में महिलाओं ने वोट दिया और इन राज्यों में सरकार बनी। ऐसे बयान देकर वे किसानों, मतदाताओं और युवाओं का अपमान कर रहे हैं।
संबित पात्रा ने संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि वोट चोरी से हमने सरकार बनाई, तो क्या झारखंड, कर्नाटक, तेलंगाना और जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस ने यही नहीं किया? क्या EVM की मदद से यह सरकार बनी है?
राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग के सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए जाने का मुद्दा उठाने पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को चुनाव की प्रक्रियाओं के बारे में अध्ययन करना चाहिए। भारत का कानून है कि चुनाव के संबंध में 45 दिन तक आप कोर्ट जा सकते हैं या चुनाव के परिणामों को चुनौती दे सकते हैं। यह कानून आज नहीं बना, बल्कि आजादी के बाद से यही नियम है।
संबित पात्रा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तंज करते हुए कहा कि बिहार चुनाव के लिए राहुल गांधी और कांग्रेस के पास 20 दिन बचे हैं, अभी भी सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित हैं। राहुल गांधी चाहें तो टी-शर्ट पहनकर अपना होमवर्क कर सकते हैं। बिहार चुनाव से जुड़े सीसीटीवी फुटेज देखने के लिए अभी भी 20 दिन बचे हैं, वह चाहें तो मांग सकते हैं। उन्हें संसद में खड़े होकर झूठ नहीं बोलना चाहिए।