क्या राहुल गांधी ने प्राकृतिक आपदा के समय विदेश दौरा किया?

सारांश
Key Takeaways
- उत्तर भारत में बाढ़ से हजारों लोग बेघर हुए हैं।
- केंद्र सरकार की अनदेखी से स्थिति और गंभीर हो रही है।
- राजनीतिक दलों को संकट के समय एकजुट होकर काम करना चाहिए।
- राहुल गांधी की विदेश यात्रा पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, 7 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर भारत इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में है, जिससे हिमाचल प्रदेश और पंजाब जैसे राज्य गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनुराग ढांडा ने इस संकट के बीच केंद्र और विपक्षी दलों की भूमिका पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि जहां हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है और पंजाब में वह मुख्य विपक्षी दल है। दोनों ही राज्यों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है, लेकिन इस मुश्किल समय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी विदेश दौरे पर हैं।
अनुराग ढांडा ने तंज कसते हुए कहा, “जब देश में मुसीबत आती है तब राहुल गांधी विदेश चले जाते हैं। क्या इस तरह वह बाढ़ प्रभावितों की मदद करेंगे? वोट मांगने के समय तो वह यात्राएं करते हैं, लेकिन संकट में गायब हो जाते हैं।”
ढांडा ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब में बाढ़ से भयानक स्थिति बनी हुई है, लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक न तो कोई मुआवजा घोषित किया है और न ही पंजाब का 60,000 करोड़ रुपए का बकाया जारी किया है। केंद्र सरकार तुरंत बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए राहत पैकेज की घोषणा करे और पंजाब का बकाया फंड जारी करे ताकि प्रभावित लोग इस आपदा से उबर सकें।
उन्होंने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री 9 सितंबर को पंजाब दौरे पर जा रहे हैं, लेकिन क्या वह बकाया राशि जारी करेंगे? पीएम मोदी देश में हैं, लेकिन न उन्होंने बाढ़ पर दो शब्द कहे और न ही एक रुपए की मदद की। केवल आम आदमी पार्टी ही पंजाब को दोबारा खड़ा करने की जद्दोजहद में लगी है।”
पंजाब और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। फसलों, घरों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में लोगों को तत्काल राहत और पुनर्वास की जरूरत है।
अनुराग ढांडा ने आरोप लगाया कि सभी प्रमुख पार्टियां संकट के समय पीड़ितों के साथ खड़े होने के बजाय गायब हो जाती हैं। चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी, मुसीबत के समय ये लोग नजर नहीं आते।
आपको बता दें, उत्तर भारत के कई राज्यों में बाढ़ ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है और लाखों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।