क्या चुनाव में हार की वजह से राहुल गांधी बेबुनियाद आरोप लगाते हैं? - प्रवीण खंडेलवाल

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के आरोपों को बेबुनियाद करार दिया गया।
- चुनावों में हार के बाद आरोप लगाना कांग्रेस की पुरानी रणनीति है।
- भाजपा सांसद ने सशस्त्र बलों की उपलब्धियों का समर्थन किया।
- रक्षा मामलों में साबुत मांगना उचित नहीं है।
- पीएम नरेंद्र मोदी की नीति सुरक्षा और अखंडता पर आधारित है।
नई दिल्ली, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित करार दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को बेवजह आरोप लगाने की आदत हो गई है।
राष्ट्र प्रेस से रविवार को बातचीत में भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी को चुनावों में हार का सामना करने के बाद चुनाव आयोग और ईवीएम पर आरोप लगाने की आदत है, जो कांग्रेस पार्टी की पुरानी रणनीति का हिस्सा है।
खंडेलवाल के अनुसार, चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस ऐसे बयान देने लगती है, और राहुल गांधी उसी पैटर्न का पालन कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के दावों को खारिज करते हुए उनसे सproof मांगे हैं, लेकिन उनके अनुसार राहुल गांधी इस पर अमल नहीं करेंगे।
राहुल गांधी ने कुछ राज्य विधानसभा चुनावों में मतदाता सूची में हेरफेर और वोट चोरी का आरोप लगाया था।
भाजपा सांसद ने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय वायुसेना द्वारा पांच पाकिस्तानी लड़ाकू विमान मार गिराना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने उन लोगों पर निशाना साधा जो सशस्त्र बलों की बहादुरी पर सवाल उठाते और सबूत मांगते हैं।
खंडेलवाल ने कहा कि कुछ लोग इस सफलता को स्वीकार नहीं करते और बार-बार सबूत मांगकर सेना का मनोबल कम करने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि रक्षा मामलों में सबूत मांगना उचित नहीं है, और देश को अपनी सेना की उपलब्धियों पर गर्व करना चाहिए।
विपक्ष के आरोपों पर उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान देश की रक्षा और संप्रभुता को प्राथमिकता दी जाती है, और इसमें कई जटिल पहलुओं पर विचार किया जाता है। उन्होंने उन लोगों पर कटाक्ष किया जो बाहर बैठकर सरकार के फैसलों पर टिप्पणी करते हैं, लेकिन जिम्मेदारी उठाने की स्थिति में नहीं होते।
खंडेलवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह न केवल कठिन निर्णय लेते हैं, बल्कि उनका पालन भी सुनिश्चित करते हैं, जिससे देश की सुरक्षा मजबूत होती है और संप्रभुता को बल मिलता है।
पीएम नरेंद्र मोदी की नीति स्पष्ट और पारदर्शी है, जिसका उद्देश्य देश की अखंडता और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने बताया कि सेना को पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है, जिसके परिणामस्वरूप ऑपरेशन सिंदूर जैसी सफलताएं प्राप्त हुई हैं।