क्या राहुल गांधी के परमाणु और हाइड्रोजन बम केवल खोखली नौटंकी हैं? - दिनेश शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी के परमाणु और हाइड्रोजन बम के दावे खोखले साबित हुए।
- भाजपा ने कांग्रेस पर चुनावी धांधलियों के आरोप लगाए।
- चुनाव आयोग ने गलत प्रविष्टियों को सुधारने का कार्य किया है।
लखनऊ, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर तीखा जवाब दिया है।
भाजपा सांसद ने कहा कि राहुल गांधी का अदालत से डरना स्वाभाविक है, क्योंकि अदालत ने उनके कई मामलों की जांच की है और इसमें आपत्तियां उठाई हैं। यदि आपके पास कोई सबूत हैं, तो अदालत में जाकर पेश करें। वर्तमान में चुनाव आयोग डुप्लिकेट प्रविष्टियों सहित पूर्व की खामियों को सुधार रहा है, न कि मतदाताओं को गुमराह कर रहा है।
उन्होंने कहा कि आपकी सरकार के समय आपने वोटर लिस्ट में दो-दो, तीन-तीन नाम लिखवा दिए थे, और अब चुनाव आयोग आपकी खामियों को सुधार रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सोनिया गांधी 1980 में भारत आई थीं, जब वह भारत की नागरिक भी नहीं थीं। ऐसे में वह मतदाता कैसे बन गईं? जो भारत का नागरिक नहीं, वह देश का वोटर कैसे हो सकता है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में कई धांधलियां हुई हैं।
अब जब चुनाव आयोग इन खामियों को सुधार रहा है, तो आप एक संवैधानिक संस्था को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार की जनता मूर्ख नहीं है, सब समझती है। आपके पास कोई बम नहीं है, आप फूलझड़ी भी छोड़ने लायक नहीं हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि जनता थक चुकी है। राहुल गांधी ने बार-बार भयावह दावे किए हैं, जिन्हें उन्होंने 'परमाणु' या 'हाइड्रोजन' बम कहा है, और जो बार-बार खोखली नौटंकी साबित हुए हैं।
दिनेश शर्मा ने कहा कि यदि बिहार में एसआईआर के दौरान इतनी बड़ी धांधली हो रही थी तो आपके किसी कार्यकर्ता ने आपत्ति दर्ज क्यों नहीं कराई? यहां तक कि बूथ पर काम करने वाले किसी वर्कर ने कोई शिकायत नहीं की। चुनाव आयोग ने आपको संविधान के अनुसार आपत्ति दर्ज कराने का अधिकार दिया था, लेकिन आपने कोई आपत्ति नहीं की। इसका मतलब, आप बिहार चुनाव का लाभ पाने के लिए बम फोड़ रहे थे। जनता आपके बार-बार के रोने को बर्दाश्त करने वाली नहीं है।
उन्होंने कहा कि इससे पहले आपने 2018 में राफेल पर बम फोड़ने की बात कही थी, लेकिन कुछ नहीं निकला। इसके बाद 2019 में 'चौकीदार चोर है' का जुमला उछाला। उस चुनाव में कांग्रेस को केवल 52 और भाजपा को 303 सीटें मिलीं।