क्या राहुल गांधी की हरकतों से देशभर में गुस्सा बढ़ रहा है? : शाहनवाज हुसैन

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी का विवादित बयान और उसके पीछे का तर्क
- शाहनवाज हुसैन की प्रतिक्रिया और उसके निहितार्थ
- चुनाव आयोग की संविधानिक भूमिका
- विपक्ष के आरोप और उनकी स्थिति
- मालेगांव ब्लास्ट मामले में कांग्रेस की स्थिति
पटना, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि उनके पास कुछ ऐसे सबूत हैं, यदि उन्हें सार्वजनिक किया गया तो भूचाल आ जाएगा। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिस प्रकार की हरकतें वह कर रहे हैं, उससे पूरे देश में गुस्सा है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है। एसआईआर की प्रक्रिया के तहत जो भी तथ्य सामने आए हैं, विपक्ष को उस पर ऐतराज क्यों है? जो लोग अब जीवित नहीं हैं, दो पतों पर रहने वाले लोग, जो बिहार से बाहर चले गए हैं, ऐसे लोगों को वोटर लिस्ट में रखने के लिए विपक्ष इतना बेचैन क्यों है? फर्जी मतदाता के दम पर विपक्ष जिस सपने की कल्पना कर रहा है, वो पूरा नहीं हो सकता है। फर्जी मतदाताओं को वोट देने का अधिकार नहीं दिया जा सकता है। सत्यापन प्रक्रिया के दौरान किसी भी वैध मतदाता को बाहर नहीं किया जाएगा। अभी तो ड्राफ्ट जारी किया गया है। अगर किसी को लगता है कि उसका वोट कटा है तो वह आपत्ति दर्ज करवा सकता है। चुनाव आयोग ने एक माह का वक्त दिया है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी बेवजह लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं, जिस तरह से एसआईआर के मुद्दे पर राहुल गांधी भ्रम फैला रहे हैं, इस पर पूरे देश में व्यापक गुस्सा है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एक संवैधानिक संस्था का अपमान कर रहे हैं। पूरा देश इस बात से नाराज है कि वह चुनाव आयोग जैसी संस्था के प्रति इतना अनादर दिखा रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने राहुल गांधी को नसीहत देते हुए कहा कि अगर आपके पास सबूत है तो सार्वजनिक करें। सिर्फ झूठे दावे से कुछ भी नहीं होने वाला है। एसआईआर की प्रक्रिया के तहत किसी भी वैध मतदाता का नाम नहीं काटा गया है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसीलिए वे आरोप लगा रहे हैं।
उन्होंने मालेगांव ब्लास्ट मामले में कहा कि कांग्रेस एक्सपोज हो चुकी है। कांग्रेस ने हिंदुओं को अपमानित करने का प्रयास किया था। 'भगवा आतंकवाद' का नैरेटिव गढ़ा गया। कोर्ट के निर्णय ने कांग्रेस की साजिश की पोल खोलकर रख दी है।