क्या राहुल गांधी की सभा पर जीतन राम मांझी का कहना है, 'टूटा हुआ कांच कभी नहीं जुड़ता'?
सारांश
Key Takeaways
- टूटा हुआ कांच कभी नहीं जुड़ता - जीतन राम मांझी के बोल।
- एनडीए को समर्थन देने का बिहार की जनता का संकल्प।
- महागठबंधन का घोषणापत्र केवल झूठ का पुलिंदा।
- बिहार में विकास की दिशा में डबल इंजन सरकार का योगदान।
- जननायक कर्पूरी ठाकुर का अपमान नहीं सहा जाएगा।
पटना, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव की मतदान तिथि नजदीक आ रही है, आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की चुनावी सभा पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि टूटा हुआ कांच कभी नहीं जुड़ता है। उनका कहना है कि जो जोड़ने की कोशिश की जा रही है, वो कभी सफल नहीं होगी।
मांझी ने कहा कि बिहार की जनता समझदार है और एनडीए के साथ खड़ी है।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने महागठबंधन के घोषणापत्र को एक कागज का टुकड़ा करार दिया। उन्होंने कहा, "हम मगध से हैं। हमने जंगलराज और आतंक के दिन देखे हैं, जब विकास की कोई भी निशानी नहीं थी।"
मांझी ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की सराहना करते हुए बताया कि डबल इंजन सरकार ने जंगलराज वाले बिहार में बदलाव लाया है। अब स्थिति में सुधार हो चुका है और लगातार विकास हो रहा है। उन्होंने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उनके पिता ने बिहार को कलंकित किया और अब वे उस कलंक को मिटाने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं। बिहार की जनता इतनी भोली नहीं है कि वे अपने पूर्वजों पर हुए अत्याचार को भूल जाएं।
राहुल गांधी को जननायक और तेजस्वी को नायक कहे जाने पर मांझी ने कहा कि ये लोग जननायक कर्पूरी ठाकुर का मजाक उड़ा रहे हैं। लोगों को समझना चाहिए कि जनता में 'जननायक' उपाधि का व्यापक सम्मान है।
उन्होंने कहा कि महागठबंधन का घोषणापत्र सिर्फ झूठ का पुलिंदा है, जिस पर बिहार की जनता विश्वास नहीं कर सकती। मांझी ने दावा किया कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनेगी।
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में वोटिंग होगी। 14 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।