क्या मुजफ्फरपुर की चुनावी जनसभा में राहुल गांधी ने बताया 'मन की बात,' जनता को कैसा बिहार चाहिए?
सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाया।
- महागठबंधन के लिए समर्थन मांगा।
- बिहार में रोजगार के अवसर बढ़ाने की आवश्यकता।
- जातीय जनगणना पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया।
- 'मेड इन बिहार' की अवधारणा पर जोर दिया।
मुजफ्फरपुर, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को मुजफ्फरपुर के सकरा में आयोजित एक चुनावी सभा में भाजपा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में केवल नीतीश कुमार के चेहरे का उपयोग किया जा रहा है, जबकि रिमोट कंट्रोल भाजपा के हाथ में है, जिन्हें सामाजिक न्याय से कोई लेना-देना नहीं है।
कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने सभा में उपस्थित लोगों से महागठबंधन के उम्मीदवारों को जीत दिलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार सभी समाजों और धर्मों की सरकार होगी। हमारी प्राथमिकता बिहार को आगे बढ़ाना है।
जातीय जनगणना पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लोकसभा में हमने प्रधानमंत्री से जातीय जनगणना कराने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा।
राहुल गांधी ने बिहार के नागरिकों की प्रशंसा की और कहा कि यहां के लोग देश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग दिल्ली, बेंगलुरु, गुजरात और मुंबई में अपनी मेहनत से योगदान दे रहे हैं। हिंदुस्तान की सड़कों की बात छोड़िए, दुबई भी बिहारियों की मेहनत से बना है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब बिहार के लोग अन्य राज्यों में सफल हो सकते हैं, तो वे अपने राज्य में ऐसा क्यों नहीं कर सकते? कांग्रेस सांसद ने कहा कि बिहार के युवा रोजगार की कमी की शिकायत कर रहे हैं। पिछले 20 वर्षों से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्रों में क्या सुधार किया है? क्या आप ऐसा बिहार चाहते हैं जहां आपको अपने ही राज्य में कुछ न मिले?
उन्होंने कहा कि आप अपने मोबाइल के पीछे देखिए, सभी पर मेड इन चाइना लिखा हुआ है। हम इसे बदलना चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी और गलत जीएसटी लागू करके बिहार के छोटे कारोबारियों को बर्बाद कर दिया है। आज जो भी चीजें हैं, उन पर सब पर मेड इन चाइना लिखा है।
उन्होंने कहा कि हम ऐसा नहीं चाहते। अब हर चीज, जैसे मोबाइल, पैंट-शर्ट, पर 'मेड इन बिहार' लिखा होना चाहिए। बिहार के युवाओं को रोजगार मिले और यहां की फैक्ट्रियों में सभी चीजें बनें। हम ऐसा बिहार बनाना चाहते हैं।
उन्होंने दावा किया कि बिहार को बदला जा सकता है। बिहार को हम बदलेंगे। उन्होंने दिल्ली में छठ के दौरान यमुना नदी के किनारे तालाब बनाने का भी जिक्र किया और कहा कि इन्हें छठ से कोई सरोकार नहीं, इन्हें केवल वोटों से मतलब है।