क्या राहुल गांधी ने पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने बाढ़ प्रभावित घोनेवाल का दौरा किया।
- बाढ़ ने पंजाब में व्यापक तबाही मचाई है।
- सरकार से त्वरित राहत पैकेज की मांग की गई।
- किसानों और मृतकों के परिवारों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा।
- राज्य और केंद्र सरकार को राहत कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरे के दौरान उन्होंने लुधियाना जिले के घोनेवाल गाँव में स्थानीय निवासियों से भेंट की और उनकी समस्याओं को सुना।
दौरे के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "बाढ़ ने पंजाब में भयानक तबाही मचाई है। आज घोनेवाल में ग्रामीणों से मिला - उजड़े घर, बर्बाद फसलें, बिखरी ज़िंदगियां। दर्द उनकी आँखों में साफ नजर आता है, लेकिन हौसला अडिग है। राज्य और केंद्र सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राहत पैकेज और मुआवजे को बिना किसी देरी के पीड़ितों तक पहुँचाया जाए।"
उन्होंने आगे कहा, "इस त्रासदी में मैं हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हूँ। उनकी आवाज़ उठाने और उन्हें हर संभव सहायता दिलाने का मेरा दृढ़ संकल्प है।"
याद रहे कि पंजाब में आई भयंकर बाढ़ ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश और नदियों के उफान के कारण राज्य के 13 जिलों के 1,400 से अधिक गाँव जलमग्न हो गए हैं। लाखों लोग प्रभावित हुए हैं और लाखों हेक्टेयर फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पंजाब का दौरा किया और स्थिति का आकलन किया। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण के बाद गुरदासपुर में एक समीक्षा बैठक की और 1,600 करोड़ रुपए की अतिरिक्त वित्तीय सहायता की घोषणा की। यह राशि पहले से उपलब्ध 12,000 करोड़ रुपए के अतिरिक्त होगी। इसके साथ ही, उन्होंने एसडीआरएफ की दूसरी किस्त अग्रिम रूप से जारी करने और पीएम किसान सम्मान निधि के तहत राशि देने की भी घोषणा की।
राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी कैबिनेट बैठक के बाद राहत पैकेज की घोषणा की। इसमें बाढ़ से नष्ट हुए घरों के लिए 40,000 रुपए मुआवजा (एसडीआरएफ की पूर्व राशि 6,800 रुपये से बढ़ाकर), मृत पशुओं के लिए 37,500 रुपए, किसानों को प्रति एकड़ 20,000 रुपए और मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही, खेतों में जमा रेत बेचने की छूट 15 नवंबर तक दी गई है।