क्या हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं भगत सिंह?

सारांश
Key Takeaways
- भगत सिंह का बलिदान हमारे लिए हमेशा प्रेरणा रहेगा।
- समानता और एकता के लिए उनके विचार प्रासंगिक हैं।
- नेता प्रतिपक्ष ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
- युवाओं में देशभक्ति की भावना जगाने का कार्य किया।
- कांग्रेस के अध्यक्ष ने भी उनके योगदान की सराहना की।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राहुल ने कहा कि उनका साहस, अटूट संकल्प और बलिदान हर भारतीय के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रविवार को एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर उन्हें सादर नमन। मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने का उनका साहस, अटूट संकल्प और बलिदान हर भारतीय के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा।"
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी भगत सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "दिल से निकलेगी न मरकर भी वतन की उलफत। मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए वतन आएगी। देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले, महान स्वतंत्रता सेनानी, शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर उन्हें श्रदापूर्वक नमन। भगत सिंह ने नफरत और विभाजनकारी विचारधारा के खिलाफ लगातार लिखा और समाज में असमानता के विरोध में चिंता जताई। उनकी देशभक्ति समानता और एकता के ऊपर केंद्रित थी, जो कि हर भारतीय के लिए प्रेरणास्रोत रहेगी।"
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने भगत सिंह को एक प्रेरणा पुंज बताया था। उन्होंने कहा, "अमर शहीद भगत सिंह हर भारतवासी और खासकर युवाओं के लिए प्रेरणा पुंज हैं। निर्भीकता उनके स्वभाव में कूट-कूटकर भरी थी। देश के लिए फांसी के फंदे पर झूलने से पहले शहीद भगत सिंह ने अंग्रेजों को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि मैं चाहता हूं कि आप मुझसे और मेरे साथियों से युद्धबंदी जैसा व्यवहार करें, इसलिए हमारी जान फांसी से नहीं, बल्कि गोली मारकर ली जाए।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "महान स्वाधीनता सेनानी, आजादी के आंदोलन में असंख्य युवाओं के प्रेरणा स्रोत, अमर बलिदानी सरदार भगत सिंह का उनकी जयंती पर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से वंदन करता हूं। भगत सिंह ने अल्पायु में ही देश की आजादी को जीवन का संकल्प बना लिया था। उन्होंने युवाओं में देशभक्ति की भावना को गहरा बनाकर उन्हें स्वतंत्रता संग्राम से जोड़ा। भगत सिंह अनंतकाल तक हर देशप्रेमी के लिए त्याग और समर्पण की प्रेरणा बने रहेंगे।"