क्या राजस्थान के मुख्यमंत्री ने किसानों को 204 करोड़ का तोहफा दिया?
सारांश
Key Takeaways
- 53,466 लाभार्थियों के खातों में 204 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए गए।
- राज्य सरकार आदिवासी विरासत की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
- कृषि योजनाओं के अंतर्गत निःशुल्क मक्का बीज किट वितरित किए गए।
- आदिवासी छात्रों के लिए छात्रावास और खेल अकादमी भत्ते में वृद्धि की गई।
- मुख्यमंत्री ने विकास परियोजनाओं का अनावरण किया।
जयपुर, 15 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर शनिवार को आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में राजस्थान के किसानों और आदिवासी छात्रों को महत्वपूर्ण आर्थिक सहायता प्रदान की।
यह कार्यक्रम डूंगरपुर के एसबीपी कॉलेज परिसर में आयोजित हुआ, जहां भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित करने से पहले मुख्यमंत्री का पारंपरिक पगड़ी और तलवार से स्वागत किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कई विकास योजनाओं का अनावरण किया। उन्होंने 62 करोड़ रुपए की 24 परियोजनाओं का शिलान्यास किया और आदिवासी समुदायों के कल्याण के लिए 25 करोड़ रुपए की 31 परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
उन्होंने जयपुर के जनजाति भवन में आईआईटी-जेईई, नीट और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही 60 आदिवासी लड़कियों के एक आवासीय बैच का भी उद्घाटन किया।
बाद में मुख्यमंत्री ने 12,000 आदिवासी छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म, स्टेशनरी और आवश्यक शैक्षणिक सामग्री के लिए 4.8 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए। इसके अतिरिक्त, कृषि संबंधी योजनाओं के अंतर्गत 53,466 लाभार्थियों के खातों में सीधे 204 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए गए।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि आदिवासी समुदायों ने सदियों से प्रकृति, संस्कृति और पर्यावरण के साथ सामंजस्य बनाए रखा है। राज्य सरकार आदिवासी विरासत की रक्षा और उनके विकास में तेजी लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने याद किया कि आदिवासी महापुरुषों ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने सरदार पटेल द्वारा 562 रियासतों के एकीकरण और मात्र 15 वर्ष की आयु में बिरसा मुंडा की क्रांतिकारी भावना का उदाहरण दिया।
उन्होंने गोविंद गुरु महाराज को भी याद किया, जिनकी न्याय की आवाज वागड़ के मानगढ़ धाम से गूंजती थी। शर्मा ने कहा कि आदिवासी छात्रों के लिए छात्रावास और खेल अकादमी भत्ते में वृद्धि की गई है, और आदिवासी किसानों को निःशुल्क मक्का बीज किट वितरित किए गए हैं। मेधावी छात्रों और छह विशिष्ट व्यक्तियों को आदिवासी गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
जनजातीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समुदायों के लिए बुनियादी सुविधाएं और अवसर सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है।