क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मणिपुर में कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगी?
सारांश
Key Takeaways
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मणिपुर दौरा विकास परियोजनाओं पर केंद्रित है।
- दौरे का उद्देश्य स्थानीय जनसंख्या की आकांक्षाओं को उजागर करना है।
- राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है।
- विपक्षी कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की मांग की है।
- नुपी लन का आयोजन मणिपुर की महिला योद्धाओं की श्रद्धांजलि है।
इंफाल, 11 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को अपने दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर इंफाल में प्रवेश किया। यह उनका राज्य का पहला दौरा है राष्ट्रपति बनने के बाद।
इंफाल के बीिर टिकेंद्रजीत हवाई अड्डे पर मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने उनका स्वागत किया। आगमन के समय राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल, मुख्यमंत्री के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह और पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक, सुरक्षा और सैन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
यह दौरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 13 सितंबर को हुई यात्रा के करीब तीन महीने बाद हो रहा है। पीएम मोदी भी मई 2023 में हुई जातीय हिंसा के बाद पहली बार राज्य आए थे।
अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर इंफाल और सेनापति जिले में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां मुख्य रूप से नागा जनजाति निवास करती है। कई विभाग और एजेंसियां मिलकर इस यात्रा को सुचारू बनाने में लगी हैं।
कुकी-जो काउंसिल, जो कुकी जनजाति की शीर्ष संस्था है, ने राष्ट्रपति मुर्मू के मणिपुर आगमन का स्वागत किया है। दूसरी ओर, राष्ट्रपति के दौरे का विरोध कर रहे प्रतिबंधित संगठनों के गठबंधन कॉर्डिनेशन कमेटी ने राष्ट्रपति के प्रस्थान तक बंद का आह्वान किया, जिससे इंफाल घाटी की सामान्य जीवनचर्या आंशिक रूप से प्रभावित हुई।
राष्ट्रपति मुर्मू ऐतिहासिक इम्फाल पोलो ग्राउंड (मापल कंगजेइबुंग) जाएंगी, जहाँ वे एक पोलो प्रदर्शनी मैच देखेंगी। पिछले महीने यहीं 15वां मणिपुर अंतरराष्ट्रीय पोलो टूर्नामेंट आयोजित हुआ था। यह ग्राउंड दुनिया के सबसे पुराने पोलो मैदानों में से एक माना जाता है।
शाम को उनके सम्मान में मणिपुर सरकार की ओर से नगर सम्मेलन केंद्र, इंफाल में सिविक रिसेप्शन आयोजित किया जाएगा। इसी कार्यक्रम के दौरान वे कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगी, जो केंद्र सरकार के पूर्वोत्तर क्षेत्र पर विशेष ध्यान को दर्शाते हैं।
शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति मुर्मू इंफाल स्थित नुपी लन मेमोरियल कॉम्प्लेक्स जाएंगी और मणिपुर की साहसी महिला योद्धाओं को श्रद्धांजलि देंगी। 12 दिसंबर को मनाया जाने वाला 'नुपी लन' 1904 और 1939 में ब्रिटिश नीतियों के खिलाफ महिलाओं द्वारा चलाए गए दो बड़े आंदोलनों की स्मृति है, जिसने मणिपुरी महिलाओं की आवाज और अधिकारों को नई पहचान दी।
इसके बाद वे नागा बहुल सेनापति जिले जाएंगी, जहाँ वे एक जनसभा को संबोधित करेंगी। यहां भी वे कई परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन करेंगी।
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने राष्ट्रपति से मणिपुर की 12वीं विधानसभा को भंग कर छह महीने के भीतर 13वीं विधानसभा के चुनाव कराने की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशन मेघाचंद्र सिंह ने राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे पत्र में कहा कि राज्य के लोग शांति और सामान्य स्थिति की बहाली के लिए राष्ट्रपति से ठोस कदम उठाने की उम्मीद कर रहे हैं।
उन्होंने आग्रह किया कि मणिपुर की एकता और अखंडता को बनाए रखते हुए, हिंसा प्रभावित सभी विस्थापित लोगों को एक निर्धारित समय सीमा के भीतर उनके मूल घरों में सुरक्षित रूप से वापस भेजा जाए। कांग्रेस ने राज्य में सड़क, हवाई और जल मार्ग से निर्बाध आवाजाही और नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की है।