क्या राजकोट में 'सशक्त नारी मेला' महिलाओं के लिए अवसर प्रदान करता है?

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क्या राजकोट में 'सशक्त नारी मेला' महिलाओं के लिए अवसर प्रदान करता है?

सारांश

राजकोट में आयोजित 'सशक्त नारी मेला' महिलाओं के लिए एक अनूठा मंच है। यहाँ 100 से अधिक महिलाओं ने स्वदेशी उत्पादों के स्टॉल लगाए हैं, जिससे वे आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही हैं। मेले का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना है।

Key Takeaways

  • महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास
  • स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा
  • फ्री स्टॉल की व्यवस्था
  • 'वोकल फॉर लोकल' का समर्थन
  • आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम

राजकोट, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के राजकोट में रविवार को 'सशक्त नारी मेला' का आयोजन हुआ। इस मेले का आयोजन जिला प्रशासन द्वारा किया गया, जिसमें 100 से अधिक महिलाओं ने स्वदेशी वस्तुओं के स्टॉल लगाए।

पीएम मोदी के स्वदेशी अभियान से प्रेरित होकर यहां आई महिलाओं ने बताया कि सरकार की यह पहल बहुत सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मेले में आकर उन्हें बहुत खुशी हुई है। वे सभी से अनुरोध करती हैं कि वे इस मेले में आएं और स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी कर स्वदेशी अभियान को सफल बनाएं और भारत को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करें।

सरकार का उद्देश्य इस मेले के माध्यम से महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। यहां आधा दर्जन से अधिक क्षेत्रों की महिलाओं ने अपने स्टॉल लगाए हैं। विशेष बात यह है कि स्टॉल लगाने के लिए महिलाओं को कोई शुल्क नहीं देना पड़ा, बल्कि उन्हें निशुल्क स्टॉल प्रदान किए गए। यहां उन्होंने हाथ से बने उत्पादों को प्रदर्शित किया।

जिला प्रशासन के अधिकारी वीरेंद्र बसिया ने बताया कि मेले में 'वोकल फॉर लोकल' और स्वदेशी अभियान के तहत स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह मेला गुजरात सरकार की ओर से आयोजित किया गया है। यहां 100 स्टॉल हैं, जिनमें से छह स्टॉल फूड के हैं। किसी भी स्टॉल के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। बल्कि, मेले में शामिल होने वाली महिलाओं के लिए रहने की व्यवस्था भी की जाती है।

स्टॉल संचालक कृष्णा ने कहा कि उनका 'माटी' स्टॉल बहुत अच्छा चल रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी बिक्री दो-तीन गुना बढ़ गई है। स्टॉल मुफ्त मिलने से उन्हें अपने प्रोडक्ट बेचने के लिए विभिन्न अवसर मिलते हैं। माटी कला को प्रोत्साहन मिलना चाहिए। स्वदेशी अभियान अद्भुत है। वे अपनी मां की मदद करती हैं और परिवार को आर्थिक लाभ भी होता है।

डॉ. जिनल ने कहा कि राजकोट में 'समस्त नारी मेला' के रूप में जो प्लेटफॉर्म मिला है, वह नारी शक्ति का बेहतरीन प्रदर्शन है। महिलाएं अपनी कला और क्षमता को यहां प्रदर्शित कर सकती हैं। यह सभी प्रकार की महिलाओं के लिए एक बड़ा मंच है। यहां बहुत सारे उत्पाद हैं और महिलाएं अपनी रुचियों के अनुसार गतिविधियों में भाग ले सकती हैं। सभी महिलाओं को इस मेले में आना चाहिए।

Point of View

बल्कि स्वदेशी उत्पादों को भी बढ़ावा दे रही हैं। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो महिलाओं को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर कर रहा है।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

सशक्त नारी मेला कब आयोजित हुआ?
यह मेला 21 दिसंबर को आयोजित हुआ।
इस मेले में कितनी महिलाएं शामिल हुईं?
इस मेले में 100 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया।
क्या स्टॉल लगाने के लिए कोई शुल्क लिया गया?
नहीं, स्टॉल लगाने के लिए महिलाओं से कोई शुल्क नहीं लिया गया।
मेले का मुख्य उद्देश्य क्या है?
मेले का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
क्या इस मेले में खाने के स्टॉल भी थे?
हाँ, मेले में छह फूड स्टॉल भी थे।
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