क्या रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मलेशिया के लिए रवाना हो रहे हैं?
सारांश
Key Takeaways
- राजनाथ सिंह की यात्रा से भारत और आसियान के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
- एडीएमएम-प्लस की बैठक में 15 साल की उपलब्धियों पर चर्चा होगी।
- 31 अक्टूबर को आसियान-भारत रक्षा मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक होगी।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एक नवंबर को मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित 12वीं आसियान रक्षा मंत्री बैठक-प्लस (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेने के लिए गुरुवार को रवाना हो रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा, "मैं आज 30 अक्टूबर को नई दिल्ली से मलेशिया के कुआलालंपुर के लिए प्रस्थान करूंगा।"
रक्षा मंत्री ने बताया कि वह इस बैठक में 'एडीएमएम-प्लस के 15 साल पर चिंतन और आगे की राह तैयार करना' विषय पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि एडीएमएम-प्लस के दौरान, मलेशिया की अध्यक्षता में 31 अक्टूबर को आसियान-भारत रक्षा मंत्रियों की दूसरी अनौपचारिक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी आसियान सदस्य देशों के रक्षा मंत्री हिस्सा लेंगे। इसका उद्देश्य आसियान देशों और भारत के बीच रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करना है।
इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान, राजनाथ सिंह के एडीएमएम-प्लस के अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, "मैं एडीएमएम-प्लस देशों के साथ सहयोग बढ़ाने और मलेशिया के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ चर्चा करने के लिए उत्सुक हूं।"
एडीएमएम, आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ) का प्रमुख रक्षा परामर्शदाता और सहयोगात्मक संगठन है। एडीएमएम-प्लस, आसियान देशों और इसके संवाद साझेदारों के लिए सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने का एक मंच है।
भारत 1992 में आसियान का वार्ता साझेदार बना और इसका पहला एडीएमएम-प्लस 12 अक्टूबर, 2010 को हनोई में आयोजित हुआ था। एडीएमएम-प्लस का आयोजन हर वर्ष रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
भारत 2024-2027 चक्र के लिए मलेशिया के साथ आतंकवाद निरोध पर विशेषज्ञ कार्य समूह का सह-अध्यक्ष भी है।