क्या राजनीति में हिंसात्मक टिप्पणियाँ स्वीकार्य हैं? आतंकियों को मारने की बात करते हैं रामदास आठवले

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क्या राजनीति में हिंसात्मक टिप्पणियाँ स्वीकार्य हैं? आतंकियों को मारने की बात करते हैं रामदास आठवले

सारांश

केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने हाल ही में भाजपा नेता निशिकांत दुबे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे की विवादास्पद टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा है कि राजनीति में हिंसा और अशोभनीय भाषा का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने महाराष्ट्र में शांति की आवश्यकता पर जोर दिया और सुप्रीम कोर्ट में चल रहे भाषा विवाद पर अपने विचार साझा किए।

Key Takeaways

  • राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।
  • भाषा विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप।
  • किसी भी प्रकार की अशोभनीय टिप्पणियाँ अस्वीकार्य।
  • महाराष्ट्र में शांति बनाए रखनी चाहिए।
  • पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता।

मुंबई, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को भाजपा नेता निशिकांत दुबे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की भाषा दोनों पक्षों द्वारा अयोग्य है। यदि किसी को समुद्र में पटककर मारने का इतना ही शौक है, तो उन्हें पाकिस्तान की सीमा पर जाकर आतंकवादियों को मारना चाहिए। यहां पर हिंसा का कोई स्थान नहीं है। भारतीय राजनीति में इस तरह की अशोभनीय टिप्पणियों को किसी भी हाल में सहन नहीं किया जा सकता। महाराष्ट्र में शांति बनाए रखनी चाहिए। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकती है।

‘सामना’ को दिए एक साक्षात्कार में, रामदास आठवले ने उद्धव ठाकरे की चुनाव आयोग को ‘पत्थर’ कहने की कड़ी आलोचना की और कहा कि यह उचित नहीं है। यदि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी के नाम को बदला, तो यह नियमों के अंतर्गत किया गया था। एकनाथ शिंदे के पास दो तिहाई बहुमत था, जिसके आधार पर चुनाव आयोग ने उनके पक्ष में फैसला लिया। उन्होंने कहा कि यदि उद्धव ठाकरे महायुति के साथ आते, तो उन्हें इस प्रकार की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ता।

महाराष्ट्र में चल रहा भाषा विवाद अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच चुका है। इस मामले में एक याचिका दायर की गई है, जिसमें मांग की गई है कि भाषा विवाद के नाम पर हिंसा करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। रामदास आठवले ने कहा कि निश्चित रूप से ऐसे सभी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, जो इस विवाद के नाम पर कानून-व्यवस्था का मजाक बना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया है कि महाराष्ट्र में किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई हिंसात्मक गतिविधियों में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पिछले कुछ दिनों से भाषा के नाम पर जो हिंसा हो रही है, वह अस्वीकार्य है। सभी लोगों को मराठी सीखने का अधिकार है, लेकिन किसी के साथ मारपीट नहीं होनी चाहिए।

उन्होंने यूके में भारत और पाकिस्तान के बीच हो रहे मैच पर भी टिप्पणी की। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि हमने पाकिस्तान को मुँहतोड़ जवाब दिया है और उनके कई आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया है। सामरिक मोर्चे पर पाकिस्तान को पराजित किया गया है। हमें एक बार फिर से उन्हें परास्त करने का अवसर मिला है, लेकिन हमें खेल को राजनीति से अलग रखने की आवश्यकता है।

रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी द्वारा चार्जशीट दायर करने और राहुल गांधी द्वारा अपने बहनोई का समर्थन करने पर रामदास आठवले ने कहा कि पैसा कमाना गलत नहीं है, लेकिन यदि किसी ने गलत तरीके से धन अर्जित किया है, तो निश्चित रूप से उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल के इंडी गठबंधन की बैठक में शामिल नहीं होने पर रामदास आठवले ने कहा कि इसी प्रकार उनकी ताकत कम होती जाएगी। यह गठबंधन भविष्य में भारतीय राजनीति में अप्रासंगिक हो जाएगा। इसकी विश्वसनीयता पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।

Point of View

यह स्पष्ट है कि राजनीति में भाषा का प्रयोग हमेशा संयमित होना चाहिए। रामदास आठवले की टिप्पणियाँ इस बात की ओर इशारा करती हैं कि राजनीतिक संवाद को हिंसा और विवाद से बचाना चाहिए। यह आवश्यक है कि सभी राजनीतिक दल एक-दूसरे का सम्मान करें और नागरिकों में शांति बनाए रखें।
NationPress
19/07/2025

Frequently Asked Questions

रामदास आठवले ने किन टिप्पणियों की निंदा की?
उन्होंने भाजपा नेता निशिकांत दुबे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे की विवादास्पद टिप्पणियों की निंदा की।
क्या महाराष्ट्र में भाषा विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच गया है?
हाँ, महाराष्ट्र में चल रहा भाषा विवाद अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुँच चुका है।
रामदास आठवले ने हिंसा के बारे में क्या कहा?
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में किसी भी प्रकार की हिंसा स्वीकार नहीं की जाएगी।
क्या रामदास आठवले ने पाकिस्तान का जिक्र किया?
हाँ, उन्होंने पाकिस्तान के आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र किया।
रामदास आठवले ने केजरीवाल के बारे में क्या कहा?
उन्होंने कहा कि केजरीवाल का गठबंधन भारतीय राजनीति में अप्रासंगिक हो जाएगा।