क्या भाजपा विधायक राम कदम का उद्धव ठाकरे पर यह पलटवार उचित है?
सारांश
Key Takeaways
- शिवसेना और भाजपा के बीच विवाद गहरा हो गया है।
- राम कदम का उद्धव ठाकरे पर सीधा हमला उनकी हताशा को दर्शाता है।
- राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप की संस्कृति को समाप्त करने की आवश्यकता है।
मुंबई, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र में एक बार फिर शिवसेना (यूबीडी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और भाजपा नेताओं के बीच शब्दों की लड़ाई जोरों पर है। कुछ दिन पहले उद्धव ठाकरे ने एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के बड़े नेताओं को ‘एनाकोंडा’ कहा था, जिसके जवाब में भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि उन्हें ताने मारने के अलावा कुछ नहीं आता।
भाजपा विधायक राम कदम ने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "उद्धव ठाकरे को उनके अपने लोगों ने छोड़ दिया है। उनका हालिया बयान उनकी हताशा को दर्शाता है। उनके सगे संबंधियों और मंत्रियों ने उनसे दूरी बना ली है, जिस कारण वह बेबुनियाद बयानबाजी कर रहे हैं। वह अपने ढाई साल के कार्यकाल में ढाई दिन भी मंत्रालय नहीं गए हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे हमारे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना कैसे कर सकते हैं? अमित शाह कड़ी मेहनत से सम्मान अर्जित करते हैं, जबकि उद्धव को राजनीति विरासत में मिली, लेकिन वह उसे बनाए नहीं रख पाए। ऐसे आलसी व्यक्ति को हमारे केंद्रीय गृह मंत्री पर कुछ भी बोलना शोभा नहीं देता।
आदित्य ठाकरे के वोट चोरी वाले बयान पर भाजपा विधायक ने कहा कि अब उनके पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वे राहुल गांधी की तरह बयान दे रहे हैं। इस समय वे महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप भी नहीं लगा सकते हैं। लोग अब उन्हें भ्रमित नहीं कर पा रहे हैं।
भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि इससे पहले ईवीएम को लेकर ये लोग शोर मचाते थे लेकिन उसमें भी कुछ नहीं कर पाए। इन लोगों को यह नहीं पता कि आज हर व्यक्ति के पास सोशल मीडिया है और वह इस पर देख रहा है। सभी को सच्चाई पता है।
भाजपा के मुंबई कार्यालय के नए जमीन सौदे में शिवसेना (यूबीटी) द्वारा लगाए गए 'घोटाले' के आरोपों पर भाजपा विधायक राम कदम ने कहा, "पार्टी कार्यालय का प्लॉट कानूनी तौर पर लिया गया था और सभी दस्तावेज सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। हम इस प्लॉट पर एक नया पार्टी कार्यालय बना रहे हैं, तो फिर आपत्ति क्यों? भाजपा महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी है। हमारा हर कदम उद्धव ठाकरे को परेशान करता है।"