क्या रामपुर एनकाउंटर में कुख्यात जुबैर कुरैशी को मार गिराया गया?

सारांश
Key Takeaways
- जुबैर कुरैशी का एनकाउंटर एक महत्वपूर्ण पुलिस कार्रवाई है।
- उस पर 18 से अधिक गंभीर अपराधों के मामले थे।
- एनकाउंटर ने पशु तस्करी के नेटवर्क को प्रभावित किया है।
रामपुर, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में यूपी एसटीएफ ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। गोरखपुर के एनईटी छात्र दीपक गुप्ता हत्या मामले का मुख्य आरोपी और कुख्यात पशु तस्कर जुबैर कुरैशी जिसे कालिया के नाम से भी जाना जाता है, एनकाउंटर में ढेर हो गया। पुलिस अधीक्षक विद्यासागर मिश्र ने बताया कि आरोपी पहले से कई अपराधों में वांछित था और उस पर अनेक मुकदमे चल रहे थे।
घटना पूरी रात शुक्रवार को चाकू चौक से मंडी मार्ग पर गंज थाना क्षेत्र में हुई। पुलिस अधीक्षक ने बताया, "जुबैर पर रामपुर, बलरामपुर, गोंडा और गोरखपुर जिलों में कुल 18 से अधिक मुकदमे दर्ज थे, जिनमें गौहत्या, पशु क्रूरता, हत्या का प्रयास और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं। उसके सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित था।"
उन्होंने कहा, "एनकाउंटर के दौरान जुबैर ने पुलिस टीम पर गोली चलाई, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। गोली लगने से घायल जुबैर को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अब उसका पोस्टमार्टम पुलिस की कड़ी सुरक्षा में किया जा रहा है। पोस्टमार्टम के बाद उसका शव उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा।"
पुलिस ने बताया कि इस मुठभेड़ में एसआई राहुल जादौन और कांस्टेबल संदीप कुमार भी घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। जुबैर लंबे समय से फरार था और पूर्वी यूपी में छिपा हुआ था। इस एनकाउंटर से पशु तस्करी के बड़े नेटवर्क को झटका लगा है। गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र में 16 सितंबर को दीपक गुप्ता की हत्या में जुबैर मुख्य आरोपी था, जो पशु चोरों को रोकने की कोशिश में मारा गया था।
इसके अलावा, यूपी में 'आई लव मोहम्मद' पोस्टर विवाद भी गहराता जा रहा है। रामपुर पुलिस इस विवाद के मद्देनजर हाई अलर्ट पर है। एसपी विद्यासागर मिश्र ने सख्त लहजे में कहा कि जिले में किसी को भी जुलूस निकालने या पोस्टर लगाने की इजाजत नहीं होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी किसी भी हरकत पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, "रामपुर में अमन-शांति बनाए रखें। कोई भी ऐसी कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"