क्या रांची में प्रतिबंधित मांस से लदी दो पिकअप वैन जब्त हुईं?

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क्या रांची में प्रतिबंधित मांस से लदी दो पिकअप वैन जब्त हुईं?

सारांश

रांची में पुलिस ने एक बड़ी तस्करी का मामला उजागर किया है, जिसमें दो पिकअप वैन से प्रतिबंधित गोवंशीय मांस को जब्त किया गया है। चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कार्रवाई अंतरराज्यीय गिरोह के खिलाफ एक प्रमुख कदम है। जानें इस मामले की पूरी कहानी।

Key Takeaways

  • रांची में दो पिकअप वैन से प्रतिबंधित मांस जब्त हुआ।
  • चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
  • पुलिस ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता बताया है।
  • गिरफ्तार आरोपियों ने अंतरराज्यीय तस्करी का खुलासा किया।
  • पुलिस गुप्त सूचनाओं पर आधारित कार्रवाई कर रही है।

रांची, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। रांची के खरसीदाग ओपी क्षेत्र में पुलिस ने प्रतिबंधित गोवंशीय मांस की एक बड़ी खेप से लदे दो पिकअप वाहनों को जब्त किया है। इन वाहनों में सवार चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। जब्त किया गया मांस पश्चिम बंगाल भेजा जा रहा था। पुलिस ने इस कार्रवाई को अंतरराज्यीय गिरोह के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता बताया है।

पुलिस के अनुसार, 11 सितंबर को गुप्त सूचना मिली थी कि रांची के दलादली की ओर से दो पिकअप वाहन तेज गति से खरसीदाग की ओर आ रहे हैं। इनमें गोवंशीय मांस लोड कर कोलकाता भेजा जा रहा था। सूचना के बाद पुलिस उप महानिरीक्षक सह वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक और मुख्यालय प्रथम डीएसपी के नेतृत्व में विशेष छापामारी दल का गठन किया गया।

रिंग रोड पर वाहन चेकिंग के दौरान दोनों पिकअप वाहन दिखाई दिए। पुलिस को देख चालक और सवार लोग वाहन छोड़कर भागने लगे, लेकिन घेराबंदी कर चार लोगों को दबोच लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने दस्तावेज दिखाते हुए वाहन में मुर्गी दाना और मछली चारा होने का दावा किया, लेकिन संदेह होने पर जब जांच की गई तो तिरपाल के नीचे प्रतिबंधित गोवंशीय मांस बरामद हुआ।

गिरफ्तार आरोपियों ने कबूल किया कि वे बिहार के रोहतास जिले से मांस लोड कर पश्चिम बंगाल के बारासात, कोलकाता ले जा रहे थे। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि पिछले कुछ महीनों से फर्जी कागजात का सहारा लेकर लगातार प्रतिबंधित मांस की तस्करी की जा रही है। गिरफ्तार लोगों की पहचान शमशेर आलम गाजी (वाहन मालिक सह चालक), एनामुल हक, सटू विश्वास और राजू गाजी के रूप में हुई है। ये सभी पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के निवासी हैं। मामले में खरसीदाग ओपी में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों और नेटवर्क की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

Point of View

ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम ऐसी गतिविधियों की सूचना पुलिस को दें।
NationPress
12/09/2025

Frequently Asked Questions

क्या प्रतिबंधित मांस की तस्करी एक गंभीर अपराध है?
जी हां, प्रतिबंधित मांस की तस्करी एक गंभीर अपराध है और इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान है।
पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान के लिए जांच जारी है।
क्या मांस तस्करी से जुड़े गिरोह सक्रिय हैं?
हां, मांस तस्करी के कई गिरोह सक्रिय हैं, जो फर्जी कागजात का उपयोग करते हैं।