क्या गुजराती दुकानदार की पिटाई सिर्फ इसलिए हुई कि उसने मराठी नहीं बोला? रणवीर शौरी ने जताई चिंता

सारांश
Key Takeaways
- भाषाई असहिष्णुता की बढ़ती प्रवृत्तियाँ चिंता का विषय हैं।
- कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठते हैं।
- रणवीर शौरी का सामाजिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करना महत्वपूर्ण है।
- हिंसा के बजाय संवाद और समझ की आवश्यकता है।
मुंबई, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड अभिनेता रणवीर शौरी ने मराठी भाषा न बोलने पर गुजराती दुकानदार पर हमले के लिए जिम्मेदार कथित महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) कार्यकर्ताओं की सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना की।
रणवीर ने इस घटना पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और इसे शर्मनाक बताया। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी अपने पोस्ट में टैग किया।
अभिनेता ने अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें कुछ लोग मुंबई के मीरा रोड इलाके में एक रेस्टोरेंट के मालिक पर मराठी न बोल पाने के कारण हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं। रणवीर ने इस घटना को परेशान करने वाला बताया और महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर अपनी चिंता जताई।
उन्होंने ट्वीट किया, "यह घिनौना है। कुछ राक्षस आजाद घूम रहे हैं, सिर्फ राजनीति में बढ़त और लोगों का ध्यान पाने के लिए। कानून-व्यवस्था कहां है?"
रणवीर ने अपने पोस्ट के कमेंट्स में उन लोगों को भी जवाब दिया, जिन्होंने उनकी आलोचना की। एक यूजर ने पूछा, "आप कितने साल से महाराष्ट्र में रह रहे हैं? मराठी सीखने के लिए आपने कितनी कोशिश की है?"
रणवीर ने उत्तर में कहा, "पहले तो, मैं आपके जैसे नफरत फैलाने वाले अनजान लोगों को कोई जवाब देने वाला नहीं हूं। दूसरा, अगर आपको लगता है कि लोगों को मार-पीटकर भाषा सिखाई जा सकती है, तो आप बहुत ही गलत सोचते हो। और आखिरी बात... अगर आप इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, तो बदलाव लाने के लिए और भी सकारात्मक तरीके हैं, बजाय उन बेबस लोगों को मारने के, जो बस अपनी रोजी-रोटी कमाने की कोशिश कर रहे हैं।"
वास्तव में, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कुछ लोग खाने के लिए एक दुकान पर गए थे। लेकिन मामला उस वक्त बिगड़ गया जब उन्होंने दुकान वाले पर मराठी में बात न करने के कारण हमला कर दिया। उन लोगों ने अपने गले में राज ठाकरे की मनसे से जुड़े स्कार्फ पहन रखे थे।