क्या राष्ट्रपति मुर्मू ने डॉ. के लक्ष्मी बाई को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी और भुवनेश्वर एम्स को दान देने के लिए उनकी प्रशंसा की?
सारांश
Key Takeaways
- डॉ. के लक्ष्मी बाई ने 3.4 करोड़ रुपए की बचत दान की।
- राष्ट्रपति मुर्मू ने महिलाओं के सशक्तिकरण की सराहना की।
- गायनेकोलॉजिकल ऑन्कोलॉजी कोर्स का उद्देश्य महिलाओं की स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाना है।
- सरकार सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में कार्यरत है।
- शिक्षा के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है।
नई दिल्ली, 5 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को डॉ. के लक्ष्मी बाई को उनके 100वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं दीं। डॉ. के लक्ष्मीबाई तब चर्चा में आईं, जब उन्होंने भुवनेश्वर एम्स में गायनेकोलॉजिकल ऑन्कोलॉजी कोर्स शुरू करने के लिए अपनी जीवन भर की 3.4 करोड़ रुपए की बचत दान करने का निर्णय लिया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "आपके 100वें जन्मदिन पर मुझे आपको शुभकामनाएं देने में खुशी हो रही है। मैं आपके लिए अच्छी सेहत की कामना करती हूं।"
उन्होंने अपने पत्र में लिखा, "मुझे जानकारी मिली कि आपने हाल ही में एम्स भुवनेश्वर में गायनेकोलॉजिकल ऑन्कोलॉजी कोर्स के लिए अपनी बचत से एक बड़ा योगदान दिया है। यह महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और मैं आपकी इस सोच-समझकर किए गए कार्य की प्रशंसा करती हूं।"
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि सरकारें सभी के लिए सस्ती और आसानी से उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं। मुझे यकीन है कि आपके जैसे उदार व्यक्तियों का योगदान दूसरों को भी आगे आने और सरकार के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने कहा, "आपने अपने चार दशकों के करियर में हमेशा लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य किया है। आपकी ज़िंदगी इस बात का अद्भुत उदाहरण है कि कैसे शिक्षा किसी व्यक्ति को लाभ पहुंचा सकती है और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।"
अंत में, राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि "मैं आपके लिए एक खुशहाल जीवन की कामना करती हूं।"