क्या राष्ट्रपति मुर्मू की गया यात्रा, विष्णुपद मंदिर में पिंड दान करने जा रही हैं?

सारांश
Key Takeaways
- राष्ट्रपति मुर्मू का गया दौरा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।
- विष्णुपद मंदिर में अनुष्ठान से श्रद्धालुओं में उत्साह बढ़ेगा।
- सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के लिए प्रशासन ने व्यापक योजना बनाई है।
नई दिल्ली, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को गया में पवित्र विष्णुपद मंदिर में अपने पूर्वजों के लिए अनुष्ठान करने के लिए यात्रा करेंगी।
विष्णुपद मंदिर में राष्ट्रपति मुर्मू अपने पूर्वजों के लिए 'पिंड दान' और 'तर्पण' जैसे हिन्दू रीति-रिवाजों का पालन करेंगी। ये अनुष्ठान दिवंगत आत्माओं की शांति और उनके मोक्ष के लिए किए जाते हैं।
राष्ट्रपति का यह गया दौरा विशेष महत्व रखता है, क्योंकि गया को हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है, विशेषकर पितृपक्ष के समय पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करने के लिए। फल्गु नदी के किनारे स्थित विष्णुपद मंदिर का धार्मिक महत्व अत्यधिक है और यह पितृपक्ष के दौरान देशभर से श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 20 सितंबर को बिहार के गया में विष्णुपाद मंदिर में पूजा-अर्चना करने जाएंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू गया एयरपोर्ट से मंदिर तक एक विशेष मार्ग से यात्रा करेंगी। इस मार्ग में गेट नंबर 5, बाईपास, नारायणी पुल और बंगाली आश्रम शामिल हैं। इसके बाद वह उसी रास्ते से वापस एयरपोर्ट लौटेंगी।
उनके दौरे को सुगम बनाने के लिए गया जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने व्यापक सुरक्षा और यातायात प्रबंधन योजना बनाई है।
मंदिर के आसपास और शहर के कई रास्तों को कुछ समय के लिए आम यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। इनमें दोमुहान से सिकरिया मोड़, गेट नंबर 5 से सिटी पब्लिक स्कूल और चंद चौरा से बंगाली आश्रम तक के रास्ते शामिल हैं।
हालांकि, आम लोगों के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई है, जिसमें गुलहरिया चक मोड़, चाकंद रेलवे क्रॉसिंग, कंडी नवादा, कुकरा मोड़, मेहता पेट्रोल पंप और सिटी पब्लिक स्कूल को जोड़ने वाला बोधगया-फोर लेन मार्ग शामिल है।
मंदिर के आसपास के क्षेत्रों में ड्रॉप गेट लगाए गए हैं और आगंतुकों को उन्हीं स्थानों से पैदल आगे जाने की अनुमति होगी।