क्या बिहार में 14 नवंबर को उत्सव मनाएगा? रवि किशन ने कहा, लालू का प्रचार कानून का उल्लंघन है
                                सारांश
Key Takeaways
- 14 नवंबर को बिहार में उत्सव मनाया जाएगा।
 - रवि किशन ने एनडीए की वापसी का विश्वास जताया।
 - लालू प्रसाद यादव का प्रचार कानून के खिलाफ है।
 - महागठबंधन की स्थिति कमजोर हो रही है।
 - बिहार की जनता विकास के साथ आगे बढ़ रही है।
 
पटना, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद रवि किशन बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के उम्मीदवारों का समर्थन करते हुए लगातार चुनावी सभाएँ कर रहे हैं। उनका कहना है कि बिहार में एक बार फिर डबल इंजन की सरकार बनने जा रही है।
मंगलवार को पटना में मीडिया से बातचीत में रवि किशन ने कहा कि बिहार की जनता 14 नवंबर को एक उत्सव मनाएगी। एनडीए पर माँ जानकी की कृपा है और पीएम मोदी - सीएम नीतीश के विकास के एजेंडे को बिहार ने अपनाया है। बिहार पूरी तरह से एनडीए सरकार की वापसी के लिए तत्पर है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के रोड शो पर टिप्पणी करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि वे कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। चाहे वे पैरोल पर हों या जमानत पर। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से बाहर आने की बात कही थी, लेकिन अब चुनाव प्रचार में शामिल होकर वे कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। यह उचित नहीं है।
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के वादों पर रवि किशन ने कहा कि जैसे-जैसे यह स्पष्ट होता जा रहा है कि महागठबंधन एक बड़ी हार की ओर बढ़ रहा है, वे अपनी छवि सुधारने के लिए हर दिन नई योजनाएँ घोषित कर रहे हैं। जब उन्हें एहसास हुआ कि एक बड़ा नुकसान निश्चित है, तब उन्होंने हताश प्रयास शुरू कर दिए। इस बार राजद की कई सीटें भी एनडीए द्वारा जीतने की उम्मीद है।
भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि बिहार में एनडीए के पक्ष में एक मजबूत लहर है। यह पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास और सच्चाई की जीत है, जिसने बिहार को 'जंगल राज' के दिनों से बहुत दूर कर दिया है। 14 नवंबर को पूरा बिहार इसे एक भव्य उत्सव के रूप में मनाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन और घोषणाएँ कर सकता है, लेकिन जनता उनकी घोषणाओं के जाल में नहीं आने वाली है। बिहार की जनता जंगलराज से बहुत दूर आ चुकी है और विकास के साथ आगे बढ़ रही है।