क्या रविशंकर प्रसाद तेजस्वी यादव को 'बीड़ी विवाद' में एक्सपोज करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- रविशंकर प्रसाद ने केरल कांग्रेस के ट्वीट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- तेजस्वी यादव को इस मुद्दे पर बेनकाब करने का वादा किया गया।
- कांग्रेस पर बिहार के गौरव को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया।
- जनता की चुप्पी पर चर्चा की गई।
- भाजपा का मानना है कि अपमान का जवाब चुनाव में दिया जाएगा।
नई दिल्ली, ५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के वरिष्ठ सांसद रविशंकर प्रसाद ने केरल कांग्रेस के विवादास्पद ट्वीट 'बी फॉर बीड़ी, बी फॉर बिहार' पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इसे बिहार विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाकर राजद नेता तेजस्वी यादव को बेनकाब किया जाएगा, क्योंकि कांग्रेस ने बिहार का अपमान किया है। प्रसाद ने कहा कि तेजस्वी यादव की चुप्पी को बिहार की जनता देख रही है और उन्हें सही जवाब मिलेगा।
मीडिया से बातचीत के दौरान, प्रसाद ने इस ट्वीट को बिहार और यहां की जनता की आत्मा पर हमला बताया। उन्होंने कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पोस्ट बिहार के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति का अपमान है।
उन्होंने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की चुप्पी पर कटाक्ष किया, विशेषकर तेजस्वी से इस बयान की निंदा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इस अपमान का जवाब आगामी विधानसभा चुनाव में वोट के जरिए देगी।
भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भाषा की मर्यादा को तोड़ा, और अब बिहार को बीड़ी से जोड़कर उसकी आत्मा को ठेस पहुंचाई। उन्होंने इसे कांग्रेस की नीच मानसिकता का प्रमाण बताया और इंडी गठबंधन की चुप्पी को शर्मनाक करार दिया।
उन्होंने कहा कि बिहार, जो चाणक्य, भगवान बुद्ध और स्वतंत्रता संग्राम के नायकों की धरती है, इस अपमान को सहन नहीं करेगा।
भाजपा नेता संजय मयूख ने भी इस मामले पर कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के फ्लॉप होने से हताश होकर वे और उनकी बहन प्रियंका गांधी 'बम' जैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस केरल के पोस्ट को बिहार और यहां के लोगों का अपमान बताया, जो चाणक्य, बुद्ध और स्वतंत्रता संग्राम की भूमि है।
उन्होंने पीएम मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को जंगलराज से बाहर निकालने का उल्लेख करते हुए कांग्रेस से तुरंत माफी की मांग की। तेजस्वी यादव और वामपंथी दलों की चुप्पी की आलोचना करते हुए इसे शर्मनाक करार दिया।
उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता इस अपमान का जवाब आगामी विधानसभा चुनाव में देगी और कांग्रेस और राजद को करारा सबक सिखाएगी।