क्या राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष के रूप में गैर-जिम्मेदार हैं? चुनाव आयोग के सवालों का दें जवाब: रविशंकर प्रसाद

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी की गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी ने विवाद पैदा किया है।
- रविशंकर प्रसाद ने उन्हें गंभीरता से लेने की आवश्यकता पर बल दिया।
- बिहार में बूथ कैप्चरिंग अब नहीं हो रही, जो एक सकारात्मक बदलाव है।
नई दिल्ली, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। पीएम मोदी को 107 बार गालियां दी गईं, लेकिन राहुल गांधी को अपने कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी नहीं समझ आती। उन्होंने इस घटना की निंदा नहीं की है, जो प्रधानमंत्री के प्रति उनकी नफरत को दर्शाता है।
उन्होंने आगे कहा, "जब भी मैं राहुल गांधी को सुनता हूं, तो मुझे यह समझने में समस्या होती है कि वे क्या कहना चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने एटम बम फोड़ दिया है, अब मैं हाइड्रोजन बम फोड़ूंगा।' यह चुनाव से किस तरह संबंधित है? कर्नाटक चुनावों में उनका 'एटम बम' का दावा निराधार साबित हुआ। राहुल गांधी खुद को विपक्ष के नेता के रूप में क्यों अपरिपक्व साबित कर रहे हैं? देश को समझना चाहिए कि राहुल गांधी गैर-जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का धन्यवाद है कि अब बिहार में बूथ कैप्चरिंग नहीं हो रही। उन्हें इस बात का दुख है कि अब वे बूथ कैप्चरिंग नहीं कर सकते, इसलिए वे बार-बार बैलेट पेपर की मांग कर रहे हैं। चुनाव आयोग और एसआईआर के खिलाफ उनकी 'वोटर अधिकार यात्रा' का उद्देश्य बूथ कैप्चरिंग और घुसपैठियों को वोट देने का अधिकार हासिल करना है।
राहुल गांधी की यात्रा आज पटना में समाप्त हुई। पटना मेरा लोकसभा क्षेत्र है, और उनसे सवाल पूछना मेरा अधिकार है। बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' के दौरान राहुल गांधी हमेशा गाड़ी में आगे रहे और तेजस्वी यादव उनके पीछे। पटना से दो सांसद हैं, एक मैं और दूसरी मीसा भारती। वह कहीं नजर नहीं आईं। तेजस्वी यादव बिहार में नंबर 2 खिलाड़ी क्यों बनकर रह गए हैं? कांग्रेस का यहां कोई वोट नहीं है, वह पूरी तरह से आपके रहमोकरम पर है।
उन्होंने पूछा, "राहुल गांधी, क्या हुआ? आप खुद को इतना हल्का क्यों बना रहे हैं? आप विपक्ष के नेता के पद पर बैठे हैं, जो एक गरिमामय पद है। क्या आप अपनी प्रतिभा और योग्यता से वहां पहुंचे हैं, या सिर्फ अपने परिवार की बदौलत? ये पूरा देश जानता है। राहुल गांधी, आप चोरी की बात करने से पहले अपने अंदर झांक कर देखिए। क्या आप नेशनल हेराल्ड केस में जमानत पर नहीं हैं? मेरा मानना है कि इस सवाल का सबसे पहले आपको जवाब देना चाहिए। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के खिलाफ बहुत कुछ कहा है, लेकिन आप हलफनामे पर क्यों चुप हैं?"