क्या खड़गे खड़कने वाली बातें न करें तो बेहतर नहीं होगा?: रेनू भाटिया

सारांश
Key Takeaways
- रेनू भाटिया का खड़गे के बयान पर कड़ा जवाब
- राष्ट्रपति का सम्मान अनिवार्य है
- कांग्रेस का इतिहास और वर्तमान विवाद
कैथल, 8 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। देश में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए कहे गए अपमानजनक शब्दों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर तीखे हमले किए हैं। इस बीच, हरियाणा महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने कहा कि खड़गे को खड़कने वाली बात नहीं करनी चाहिए।
रेनू भाटिया ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि खड़गे को देश की राष्ट्रपति का नाम आदर के साथ लेना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस की परंपरा प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की इज्जत नहीं करने की रही है। खड़गे ने हम पर जमीन छीनने का आरोप लगाया है, लेकिन कांग्रेस को नेशनल हेराल्ड के मामले को नहीं भूलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कई कांग्रेस नेता जेल में इसलिए हैं क्योंकि वे लोगों से छीना-झपटी करते थे। कांग्रेस का नारा 'गरीब के साथ' था, लेकिन इसका इस्तेमाल उन्होंने थप्पड़ की तरह किया।
रेनू भाटिया ने कहा कि मैं अपने देश की राष्ट्रपति का सम्मान और वंदन करते हुए कहना चाहती हूं कि वह एक जमीनी नेता हैं। वह गांव से उठकर राष्ट्रपति के पद तक पहुंची हैं और हर महिला को आगे बढ़ने की प्रेरणा देती हैं।
इससे पहले, मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक कार्यक्रम में विवादित बयान दिया था, लेकिन उन्होंने तुरंत अपनी गलती सुधार ली।