क्या ऋषिकेश में निर्माणाधीन बजरंग सेतु से गंगा में गिरा युवक मिलेगा?

सारांश
Key Takeaways
- बजरंग सेतु निर्माणाधीन है और सुरक्षा मानकों का पालन आवश्यक है।
- पर्यटकों को जोखिम नहीं उठाना चाहिए।
- एसडीआरएफ की टीम ने खोजबीन में कड़ी मेहनत की।
- जिला प्रशासन ने चेतावनी दी थी, फिर भी लोग लापरवाह रहे।
- इस घटना ने सुरक्षा नियमों की आवश्यकता को उजागर किया है।
ऋषिकेश, १७ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली से ऋषिकेश की यात्रा पर आए तीन दोस्तों में से एक युवक ने गुरुवार रात लक्ष्मण झूला क्षेत्र के निर्माणाधीन बजरंग सेतु से गंगा नदी में गिरने की घटना का सामना किया। यह दुखद हादसा लगभग १०:३० बजे हुआ। सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू किया। शुक्रवार सुबह तक खोज जारी रही, लेकिन युवक का कोई सुराग नहीं मिला।
पुलिस और एसडीआरएफ के अनुसार, युवक की पहचान हेमंत सोनी (३१) के रूप में हुई है। वह दिल्ली के हौज खास इलाके के कटवारिया सराय का निवासी है। हेमंत अपने दो दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था।
उस रात तीनों दोस्त लक्ष्मण झूला के पास बजरंग सेतु पर टहल रहे थे। यह पुल कांच का एक निर्माणाधीन पुल है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
इस दौरान हेमंत पुल के अधूरे हिस्से पर चढ़ गया, जहां कांच का काम पूरा नहीं हुआ था। अचानक उसका पैर फिसल गया और वह तेज बहाव वाली गंगा नदी में गिर गया।
दोस्तों ने तुरंत शोर मचाकर मदद मांगी, लेकिन अंधेरे और नदी के उफान के कारण वे कुछ कर नहीं सके। सूचना पर लक्ष्मण झूला थाने की पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
एसडीआरएफ के अनुसार, रात में ही सर्चिंग का काम शुरू किया गया था। टीम ने खोजी कुत्तों, ड्रोन और राफ्ट का उपयोग किया, लेकिन तेज धारा के कारण सफलता नहीं मिली। शुक्रवार सुबह अभियान को फिर से तेज कर दिया गया। नदी के डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में भी खोज जारी है।
लक्ष्मण झूला क्षेत्र में निर्माणाधीन पुलों पर रेलिंग और चेतावनी के बोर्ड लगे हैं, लेकिन पर्यटक अक्सर जोखिम उठाते हैं। जिला प्रशासन ने पहले भी फोटो खिंचवाने या सेल्फी लेने वाले लोगों को चेतावनी दी थी। पुलिस ने दोस्तों के बयान दर्ज किए हैं और मामले की जांच प्रारंभ कर दी है।