क्या रोहित पुरोहित ने हर किरदार से कुछ न कुछ सीखा है?

सारांश
Key Takeaways
- हर किरदार से सीखने का महत्व
- खुद पर विश्वास रखना
- काम को दिल से करना
- सफलता का असली मतलब
- छोटे-बड़े सीन को खास बनाना
मुंबई, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। लोकप्रिय टीवी शो 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' के अभिनेता रोहित पुरोहित ने अपने टेलीविजन करियर के आरंभिक दिनों को याद किया। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अभिनय की दुनिया में कदम रखा था, तब वह नये थे, लेकिन समय के साथ उन्होंने लगातार सीखना जारी रखा और खुद को बेहतर बनाया। रोहित का मानना है कि उन्होंने अपने हर किरदार से कुछ न कुछ सीखा है।
रोहित ने साझा किया, "जब मैंने अभिनय करियर की शुरुआत की, तब मुझे कुछ नहीं पता था। मैं अपने काम में बहुत कच्चा था। अब मैं अपने काम में अधिक आत्मविश्वास महसूस करता हूं। मैंने हर किरदार से कुछ न कुछ सीखा है और लगातार सीख रहा हूं। यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि की तरह है।"
उन्होंने बताया कि उन्होंने कभी किसी एक्टिंग स्कूल में ट्रेनिंग नहीं ली, लेकिन उन्हें प्रतिभाशाली निर्देशकों और सह-कलाकारों से बहुत कुछ सीखने को मिला। अब तक 20 से अधिक शो कर चुके रोहित का मानना है कि हर किरदार में पूरी मेहनत और दिल लगाना आवश्यक है। काम को दिल से करना चाहिए।
रोहित ने कहा, "मेरा मानना है कि चाहे छोटा हो या बड़ा सीन, हर पल को खास बनाना चाहिए। हर शॉट में सच्चाई लानी पड़ती है। आप केवल किरदार नहीं निभाते, बल्कि हर पल को जीते हैं। अपने किरदार को मजबूत करने के लिए दिल से काम करना जरूरी है।"
उन्होंने अपने पुराने शो 'पोरस' और 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' के किरदारों को चुनौतियों से भरा बताया।
रोहित ने कभी भी सफलता को प्रसिद्धि या पैसे से नहीं मापा। उनके लिए सफलता का अर्थ है, हर दिन वह काम करना जो उन्हें पसंद है। उन्होंने कहा, "मेरे लिए सफलता का मतलब धन कमाने से नहीं है, बल्कि यह है कि मैं इतने सालों बाद भी हर दिन मेहनत कर रहा हूं। हर दिन जागकर वही करना जो मुझे खुशी देता है, यही मेरी उपलब्धि है।"
'ये रिश्ता क्या कहलाता है' में रोहित का किरदार दर्शकों को बहुत पसंद आ रहा है।