क्या राहुल गांधी को माफी मांगने की जरूरत है? चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए: रुचि वीरा

सारांश
Key Takeaways
- रुचि वीरा ने राहुल गांधी के समर्थन में बयान दिया।
- चुनाव आयोग को ऑपरेशन सिंदूर पर जवाब देना चाहिए।
- उत्तरकाशी आपदा में कई लोग लापता हैं।
- भाजपा हार के डर से विपक्ष को काटने की कोशिश कर रही है।
- मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण पर विपक्ष एकजुट है।
मुरादाबाद, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद रुचि वीरा ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के पक्ष में बयान दिया और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के संदर्भ में सरकार से स्पष्टीकरण मांगा।
रुचि वीरा ने रविवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि राहुल गांधी को माफी मांगने की कोई आवश्यकता नहीं है। वे अपने स्थान पर सही हैं और उनके पास सबूत मौजूद हैं। चुनाव आयोग को इस पर जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में 18 हजार मृतक लोगों को जिंदा साबित किया गया था। इस सूची को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को सौंपा था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। महाराष्ट्र के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अचानक एक करोड़ वोट बढ़ गए हैं। विपक्ष इस मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ एकजुट हुआ है। यदि आवश्यकता पड़ी तो विपक्ष सड़कों पर उतरेगा।
उन्होंने भारत द्वारा पाकिस्तान के पांच फाइटर जेट मार गिराने के दावे पर भी सवाल उठाए। विपक्ष और जनता को इस पर स्पष्ट जवाब दिया जाना चाहिए। संसद में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर हुई चर्चा से जनता और विपक्ष संतुष्ट नहीं हैं। इस अभियान के तहत क्या कार्रवाई की गई, कितने फाइटर जेट गिराए गए, इसकी जानकारी जनता को होनी चाहिए।
रुचि वीरा ने उत्तरकाशी में आई आपदा के बारे में कहा कि यह एक अत्यंत दुखद घटना है। प्राकृतिक आपदा के समय संसाधन अक्सर बेकार हो जाते हैं। हाल ही में बादल फटने से बाजार और गांवों को भारी नुकसान हुआ है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने लोग लापता हैं। ईश्वर उन्हें सुरक्षित रखे। धीरे-धीरे यह पता चलेगा कि लोग कहां हैं।
उन्होंने पहले कहा था कि भाजपा को देश और बिहार में हार का डर सता रहा है। पार्टी वोट को काटने का प्रयास कर रही है। तमिलनाडु में भी कुछ और जुगाड़ कर रही है। हार के डर से भाजपा विभिन्न हथकंडे अपना रही है।