क्या अकेलेपन से जूझ रहे लोगों के लिए सोशल मीडिया ने जुड़ाव का भ्रम पैदा किया है? : रुसलान मुमताज

सारांश
Key Takeaways
- अकेलापन एक गंभीर समस्या है जो हर वर्ग के लोगों को प्रभावित कर रही है।
- सोशल मीडिया ने जुड़ाव का भ्रम पैदा किया है।
- कोविड-19 के बाद मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ी हैं।
- रुसलान की नई वेब सीरीज आत्महत्या जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करती है।
- मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
मुंबई, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। अभिनेता रुसलान मुमताज ने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करने की भावनात्मक चुनौतियों पर खुलकर अपनी बात रखी। उन्होंने यह स्वीकार किया कि शोबिज में अकेलापन एक कड़वी सच्चाई है, जिसका प्रभाव मेंटल हेल्थ पर भी गहरा होता है।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस के साथ बातचीत में 'मेरा पहला पहला प्यार' के प्रसिद्ध अभिनेता रुसलान ने कहा कि यह समस्या केवल अभिनेताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के सभी वर्गों के लोग इससे प्रभावित हैं।
उन्होंने बताया कि अकेलापन इस स्थिति की एक बड़ी वजह है। रुसलान ने युवा अभिनेताओं में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा, "कोविड के बाद कई अभिनेताओं और अन्य व्यक्तियों ने मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना किया। कुछ ने तो अपनी जान भी गंवा दी। लेकिन यह केवल शोबिज की बात नहीं है। हर क्षेत्र में लोग अकेलेपन का सामना कर रहे हैं। सोशल मीडिया ने जुड़ाव का भ्रम पैदा किया है, लेकिन असल में लोग भीड़ में भी अकेले हैं। लोग एक-दूसरे से खुलकर बात नहीं करते, जिससे अकेलापन और बढ़ता है।"
रुसलान ने अपनी नई वेब सीरीज 'टिक टैक टाइमआउट' के बारे में भी चर्चा की, जो आत्महत्या जैसे संवेदनशील विषय को छूती है। उन्होंने कहा कि यह शो आत्महत्या को गलत ठहराता है और यह संदेश देता है कि जीवन को खत्म करना कभी समाधान नहीं है।
रुसलान ने बताया, "शो में मेरा किरदार आत्महत्या की कोशिश करता है। हम दिखाते हैं कि यह कितना कठिन है। लीना नाम के किरदार के आने से उसकी जिंदगी बदल जाती है और वह जीने का निर्णय लेता है। शो का संदेश है कि जिंदगी कभी भी बेहतर हो सकती है, इसलिए हार नहीं माननी चाहिए।"
रुसलान, जिन्हें 'तेरे संग' जैसी फिल्मों के लिए भी जाना जाता है, का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने और खुलकर चर्चा करने की आवश्यकता है।