क्या रूस का यूक्रेन पर ड्रोन हमला एक नई चुनौती है? जेलेंस्की ने कहा 'पुतिन हर बात अनसुनी कर रहे हैं'

सारांश
Key Takeaways
- रूस ने यूक्रेन पर 300 से अधिक ड्रोन से हमला किया।
- यूक्रेन की ऊर्जा प्रणाली पर लगातार हमले हो रहे हैं।
- जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया है।
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से उनकी मुलाकात महत्वपूर्ण होगी।
- सर्दियों से पहले यूक्रेन को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बुधवार रात रूस के ड्रोन हमलों से हुई तबाही की ओर दुनिया का ध्यान खींचने का प्रयास किया है। उन्होंने एक विस्तृत सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि केवल दबाव की रणनीति से ही मास्को को काबू किया जा सकता है। यूएस के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ जेलेंस्की की शुक्रवार को महत्वपूर्ण मुलाकात होने वाली है, जहाँ दोनों नेता यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली और नए हथियारों पर चर्चा करेंगे।
जेलेंस्की ने एक्स पर यूक्रेन को हुए नुकसान का विवरण साझा किया। उन्होंने बताया, "बुधवार रात हमारे लोगों, हमारी ऊर्जा प्रणाली और नागरिक बुनियादी ढांचे पर हमले हुए। रूस ने यूक्रेन पर 300 से अधिक ड्रोन से हमला किया और 37 मिसाइलें दागीं, जिनमें से कई बैलिस्टिक मिसाइलें थीं। विन्नित्सिया, सूमी और पोल्टावा क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे पर हमले हुए। चेर्निहीव क्षेत्र में, निझिन शहर पर हमला हुआ—डाकघर क्षतिग्रस्त हो गया और एक व्यक्ति घायल हो गया।
राहत कार्यों के बारे में बताते हुए उन्होंने शहीद ड्रोन के कारण हुए नुकसान का जिक्र किया। उन्होंने लिखा, "खार्किव क्षेत्र में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और राज्य आपातकालीन सेवा विभाग को निशाना बनाया गया। कई लोग घायल हुए हैं। राहत कार्य हर जगह जारी हैं। आपातकालीन सेवाएँ कार्यरत हैं। और यह पुष्टि हो रही है कि रूसी दोहरा आतंक फैला रहे हैं - क्लस्टर हथियार ले जाने वाले 'शहीदों' से हमला कर रहे हैं और क्षतिग्रस्त सुविधाओं की मरम्मत कर रहे अग्निशामकों और ऊर्जा कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने के लिए बार-बार हमले कर रहे हैं।"
जेलेंस्की ने फिर से दुनिया का ध्यान रूसी हमलों पर खींचते हुए कहा, "इस मौसम में, रूसी हर दिन हमारे ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं। पुतिन ने दुनिया की हर बात अनसुनी कर दी है, इसलिए अब उन तक पहुंचने वाली एकमात्र भाषा दबाव की है। प्रतिबंधों के जरिए दबाव और लंबी दूरी की क्षमताओं के जरिए दबाव डाला जा सकता है। कड़े फैसले संभव हैं, ऐसे फैसले जो मददगार साबित हो सकते हैं। और यह अमेरिका, यूरोप और उन सभी साझेदारों पर निर्भर करता है, जिनकी ताकत सीधे तौर पर तय करती है कि युद्ध खत्म होगा या नहीं। अब मध्य पूर्व में शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण गति है। यूरोप में भी यह संभव है। इसी पर मैं आज और कल वाशिंगटन में चर्चा करूंगा।"
इस बीच, राष्ट्रीय ग्रिड संचालक उक्रेनेर्गो ने कहा कि बुधवार को यूक्रेन के बड़े हिस्से अंधेरे में डूब गए जब रूसी हमलों ने देश के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया, जिससे लगभग सभी क्षेत्रों में आपातकालीन बिजली कटौती करनी पड़ी।
हमलों की यह ताजा लहर ऐसे समय में आई है जब रूस सर्दियों से पहले यूक्रेन के ऊर्जा और रेलवे नेटवर्क पर हमले तेज कर रहा है, जिससे यह आशंका बढ़ गई है कि लाखों लोग कड़ाके की ठंड में बिजली के बिना रहने को मजबूर होंगे।
उक्रेनेर्गो ने टेलीग्राम पर एक बयान में कहा, "यूक्रेन की ऊर्जा प्रणाली में कठिन स्थिति के कारण, डोनेट्स्क को छोड़कर सभी क्षेत्रों में आपातकालीन बिजली कटौती शुरू कर दी गई है।" पूर्वी यूक्रेन का डोनेट्स्क क्षेत्र अभी भी लड़ाई का केंद्र बना हुआ है।