क्या सबरीमाला स्वर्ण घोटाले में एसआईटी ने 400 ग्राम सोना बरामद किया?

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क्या सबरीमाला स्वर्ण घोटाले में एसआईटी ने 400 ग्राम सोना बरामद किया?

सारांश

तिरुवनंतपुरम, 25 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सबरीमाला सोने की चोरी के मामले में एसआईटी ने बेल्लारी से 400 ग्राम सोना बरामद किया है। यह सफलता मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी के खिलाफ चल रही जांच में मिली है, जिसमें और भी कई जगहों पर तलाशी ली जा रही है।

Key Takeaways

  • एसआईटी ने 400 ग्राम चोरी हुआ सोना बरामद किया है।
  • मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी की गिरफ्तारी की गई है।
  • जांच का दायरा केरल से बाहर भी फैला है।
  • बेल्लारी में ज्वेलरी स्टोर से सोना बरामद हुआ।
  • जांच में और गिरफ्तारियों की संभावना है।

तिरुवनंतपुरम, 25 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। सबरीमाला सोने की चोरी के मामले में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि सामने आई है। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने कर्नाटक के बेल्लारी स्थित एक ज्वेलरी दुकान से चोरी किया गया काफी सोना बरामद किया है।

मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी ने कथित तौर पर अपने सहयोगी गोवर्धन को जो सोना सौंपा था, वह पुलिस अधीक्षक शशिधरन के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान जब्त किया गया।

टीम ने गोवर्धन के ज्वेलरी स्टोर से 400 ग्राम से अधिक सोना बरामद किया।

एक साथ किए गए ऑपरेशन में, जांचकर्ताओं ने तिरुवनंतपुरम के पुलिमथ में पोट्टी के निवास से कई सोने के सिक्के और लगभग 2 लाख रुपये नकद भी जब्त किए।

उन्नीकृष्णन पोट्टी 30 अक्टूबर तक एसआईटी की हिरासत में रहेगा और उससे पूछताछ के आधार पर सबूत इकट्ठा किया जा रहा है।

जांच का दायरा अब केरल से बाहर भी बढ़ गया है; टीम चोरी हुए सोने के प्रवाह का पता लगाने और पोट्टी के बयानों को प्रमाणित करने के लिए बेंगलुरु, बेल्लारी, हैदराबाद और चेन्नई में कई स्थानों पर जा रही है।

शनिवार सुबह, चल रही जांच के तहत पोट्टी के साथ तीन सदस्यों वाली एसआईटी टीम बेंगलुरु में थी।

शहर में उसके निवास, बेल्लारी में उस स्थान पर जहां कथित तौर पर सोना बेचा गया था, हैदराबाद की एक फर्म जिसने मंदिर के गर्भगृह के दरवाजे के पैनल की मरम्मत की थी, और चेन्नई की कंपनी स्मार्ट क्रिएशन्स, जिसने सबरीमाला मंदिर के लिए गोल्ड प्लेटिंग का सामान सप्लाई किया था, वहां तलाशी ली जा रही है।

विशेष जांच दल अब यह जांच कर रही है कि बरामद सोना मंदिर के काम से निकाले गए सोने की मात्रा से मेल खाता है या नहीं।

गोवर्धन, जिसने पहले सबरीमाला मंदिर के गर्भगृह के पैनल की प्लेटिंग के लिए सोना सप्लाई किया था, वह भी जांच के दायरे में है।

एसआईटी से उम्मीद है कि वह मंदिर के रेनोवेशन के काम में शामिल अन्य देवस्वोम बोर्ड कर्मचारियों के बयान दर्ज करेगी ताकि अंदरूनी मिलीभगत की सीमा का पता चल सके।

महत्वपूर्ण सबूत सामने आने के बाद, जांचकर्ताओं का मानना है कि हाल की बरामदगी सबरीमाला के हाई-प्रोफाइल सोने की चोरी के मामले को सुलझाने में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकती है।

एसआईटी अब तक पोट्टी और सबरीमाला मंदिर के पूर्व शीर्ष अधिकारी मुरारी बाबू को गिरफ्तार कर चुकी है और अब वे कुछ और गिरफ्तारियों की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपनी दो एफआईआर में 10 आरोपियों को सूचीबद्ध किया है।

Point of View

एसआईटी की कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि अधिकारियों ने गंभीरता से जांच को आगे बढ़ाया है। यह महत्वपूर्ण है कि सभी संबंधित व्यक्तियों और संगठनों की जांच की जा रही है ताकि इस मामले में सभी पहलुओं को समझा जा सके। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि न्याय हो और सभी आरोपियों को उनके कार्यों का फल मिले।
NationPress
25/10/2025

Frequently Asked Questions

सबरीमाला स्वर्ण घोटाला क्या है?
यह एक बड़े पैमाने पर सोने की चोरी का मामला है, जिसमें मंदिर से सोना चोरी किया गया था।
एसआईटी ने कितने सोने की मात्रा बरामद की है?
एसआईटी ने लगभग 400 ग्राम सोना बरामद किया है।
मुख्य आरोपी कौन है?
मुख्य आरोपी का नाम उन्नीकृष्णन पोट्टी है।
जांच का दायरा कहां तक फैला है?
जांच का दायरा केरल से बाहर बेंगलुरु, बेल्लारी, हैदराबाद और चेन्नई तक फैला है।
एसआईटी की अगली कार्रवाई क्या होगी?
एसआईटी अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की दिशा में आगे बढ़ रही है।