क्या साबरकांठा के मोयद गांव में दो गुटों के बीच झड़प हुई?

सारांश
Key Takeaways
- दो गुटों के बीच झड़प के कारण तनाव फैल गया।
- पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और कई लोगों को हिरासत में लिया।
- पुरानी रंजिश को झड़प का मुख्य कारण माना जा रहा है।
- गांव में शांति बहाल करने के लिए कड़ा पहरा तैनात किया गया है।
- भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस सक्रिय है।
साबरकांठा, १८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात के साबरकांठा जिले के प्रांतिज तहसील के मोयद गांव में शुक्रवार की रात दो गुटों के बीच एक बड़ी झड़प का मामला सामने आया है।
इस घटना में पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं, जिससे गांव में तनाव का वातावरण बन गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए ६० से अधिक लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और लगभग २० लोगों को हिरासत में लिया है। वर्तमान में, गांव में शांति की स्थिति है, और पुलिस का कड़ा पहरा तैनात किया गया है।
जानकारी के अनुसार, यह झड़प भैरवनाथ मंदिर के प्रबंधन को लेकर पुरानी रंजिश के कारण शुरू हुई। रात करीब २ बजे दोनों गुट आमने-सामने आ गए, जिसके बाद पथराव शुरू हो गया। भीड़ ने आगजनी भी की, जिसमें १० से अधिक दोपहिया वाहनों और कुछ घरों के कांच को नुकसान पहुंचा। इस हंगामे में १० से अधिक लोग घायल हुए हैं। घटनास्थल पर १०० से ज्यादा लोगों की भीड़ जमा हो गई थी, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को तुरंत पहुंचना पड़ा।
हिम्मतनगर के पुलिस उपाधीक्षक ए.के. पटेल ने पत्रकारों को बताया कि इस मामले में ११० से १२० लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने २० लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पुरानी रंजिश को झड़प का मुख्य कारण माना जा रहा है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है और आगे की जांच जारी है।
वहीं, स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। पुलिस ने गांव में अतिरिक्त बल तैनात किया है ताकि शांति बनी रहे। पुलिस ने बताया कि आसपास की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति को शुरू होने से पहले ही रोका जा सके।