क्या चुनाव आयोग से सवाल पूछने का अधिकार सिर्फ कांग्रेस का है?

सारांश
Key Takeaways
- सचिन पायलट का भाजपा के आरोपों पर जवाब
- चुनाव आयोग से सवाल उठाने का अधिकार
- लद्दाख हिंसा पर शांति का संदेश
- बिहार में बदलाव की आवश्यकता
- कांग्रेस की चुनावी रणनीति
पटना, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए गंभीर आरोपों के जवाब में भाजपा ने उन पर देश को बदनाम करने का आरोप लगाया है। इस संदर्भ में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने भाजपा के इन आरोपों का कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव आयोग से सवाल उठा रही है, लेकिन भाजपा जवाब क्यों दे रही है?
मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि हम चुनाव आयोग से सवाल पूछ रहे हैं, भाजपा क्यों जवाब दे रही है? हमने आंकड़े और तथ्य पेश किए हैं। चुनाव आयोग को या तो इनका खंडन करना चाहिए या फिर एक जांच करनी चाहिए।
लद्दाख में हुई हिंसा पर सचिन पायलट ने कहा कि कहीं भी हिंसा नहीं होनी चाहिए। सभी को शांति बनाए रखनी चाहिए। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। हालात को देखते हुए यह सोचने की आवश्यकता है कि यह स्थिति कैसे बनी। फिर भी, मैं चाहता हूं कि शांति बनी रहे और हिंसा का सहारा न लिया जाए।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक पर उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण राज्य में एक महत्वपूर्ण बैठक है। मुझे पूरा विश्वास है कि बिहार के लोग बदलाव चाहते हैं। यह बैठक आने वाले महीनों में एक बड़े बदलाव की नींव रखेगी। बिहार ने एक ऐसी सरकार देखी है जो लोकप्रिय नहीं रही, और मुझे लगता है कि बिहार की राजनीति में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, जिसके कारण लोग बदलाव की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी और गठबंधन पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे, और मुझे विश्वास है कि हम यह चुनाव जीतेंगे।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में बैठक हुई। बैठक से स्पष्ट है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई हम लड़ेंगे। किसानों, युवाओं, दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। कांग्रेस पार्टी अपने मूल्यों और आदर्शों के साथ जनता की आवाज बनकर संघर्ष करती रहेगी।