क्या सागरमाला स्कीम में 272 रोड और रेल प्रोजेक्ट्स का निर्माण हो चुका है?

सारांश
Key Takeaways
- सागरमाला स्कीम के तहत 272 प्रोजेक्ट्स हैं।
- 74 प्रोजेक्ट्स पूर्ण हो चुके हैं।
- मंत्रालय ने डिजिटल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया है।
- सागर सेतु प्लेटफॉर्म ने व्यापार सुगमता को बढ़ावा दिया है।
- 839 प्रोजेक्ट्स की पहचान की गई है।
नई दिल्ली, 30 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सागरमाला स्कीम के तहत कुल 272 रोड और रेल प्रोजेक्ट्स को कार्यान्वित किया जा रहा है, जिसे सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, रेल मंत्रालय, प्रमुख बंदरगाहों और निजी क्षेत्र की कंपनियों द्वारा पूरा किया जा रहा है। यह जानकारी सरकार ने संसद में प्रदान की।
केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि इन 272 प्रोजेक्ट्स में से 74 प्रोजेक्ट्स सफलता पूर्वक पूरे हो चुके हैं, 67 प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है और 131 निर्माणाधीन हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सागरमाला फ्रेमवर्क के अंतर्गत समग्र नीति मार्गदर्शन और उच्च-स्तरीय समन्वय के लिए एक राष्ट्रीय सागरमाला शीर्ष समिति का गठन किया गया है। पत्तन एवं पोत परिवहन मंत्रालय विभिन्न हितधारकों के साथ समय-समय पर समुद्री राज्य विकास परिषद (एमएसडीसी) की बैठकें आयोजित करता है।
सोनोवाल ने बताया कि सागरमाला स्कीम के तहत लगभग 5.79 लाख करोड़ रुपए की कुल लागत वाली 839 प्रोजेक्ट्स की पहचान की गई है। इनमें से 2.42 लाख करोड़ रुपए की लागत वाली 119 प्रोजेक्ट्स सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड के जरिए कार्यान्वित की जा रही हैं, जबकि शेष प्रोजेक्ट्स को इंजीनियरिंग खरीद और निर्माण (ईपीसी) मोड में सरकार द्वारा फंडिंग दी जा रही है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में, सोनोवाल ने कहा कि मंत्रालय ने भारतीय समुद्री क्षेत्र के लिए एक डिजिटल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (डीसीओई) स्थापित करने के लिए सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कम्प्यूटिंग (सी-डीएसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसका उद्देश्य उन्नत आईटी समाधानों के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन में तेजी लाना है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने सागर सेतु प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया है, जिसका उद्देश्य भारतीय बंदरगाहों और शिपिंग क्षेत्र में परिचालन दक्षता, उत्पादकता और व्यापार सुगमता को बढ़ावा देना है।