क्या सलीम-सुलेमान ने उस्ताद जाकिर हुसैन को समर्पित किया 'श्रृंगार'?

सारांश
Key Takeaways
- गाना 'श्रृंगार' सलीम-सुलेमान द्वारा उस्ताद जाकिर हुसैन को समर्पित है।
- गायिका-गीतकार श्रद्धा पंडित ने इसे लिखा है।
- गाने में शंकर महादेवन की आवाज है।
- यह गाना एक क्लासिकल पॉप सॉन्ग है।
- यह गाना उस्ताद जाकिर हुसैन को एक श्रद्धांजलि है।
मुंबई, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध संगीत जोड़ी सलीम-सुलेमान अपना नया गाना 'श्रृंगार' लाने जा रही है। यह गाना जल्द ही रिलीज किया जाएगा और इसे मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन को समर्पित किया गया है।
गाने का प्रोमो सलीम मर्चेंट ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया। उन्होंने यह भी बताया कि 'भूमि 2025' एल्बम का नया गाना 'श्रृंगार' सोमवार को सार्वजनिक होगा। इसे विभिन्न ऑडियो प्लेटफार्मों पर जल्दी ही सुना जा सकेगा।
गायिका-गीतकार श्रद्धा पंडित ने इसकी रचना की है। 'श्रृंगार' एक क्लासिकल पॉप सॉन्ग है। इस गाने को गायक शंकर महादेवन ने अपनी आवाज दी है और रचना सलीम-सुलेमान ने की है।
संगीतकार जोड़ी के मुताबिक, यह उनके द्वारा दिवंगत तबला वादक जाकिर हुसैन को भावभीनी श्रद्धांजलि है। सलीम-सुलेमान का सपना था कि वे उस्ताद जाकिर हुसैन साहब और शंकर महादेवन के साथ एक गाना बनाएं, लेकिन यह सपना अधूरा रह गया।
गाने के बारे में चर्चा करते हुए सलीम मर्चेंट ने कहा, "जाकिर भाई और शंकर भाई के साथ इस गीत को बनाने का विचार पिछले साल अक्टूबर में आया। नवंबर में सुलेमान और मैंने इसकी मूल धुन तैयार की थी। शंकर को यह बहुत पसंद आई, लेकिन उन्होंने मुझे सलाह दी कि इसे जाकिर भाई को न भेजूं क्योंकि उनकी तबियत ठीक नहीं थी। 15 दिसंबर को हम सबने उन्हें खो दिया। मैंने अपने पिता समान गुरु को खोया, जो मेरे और संगीत जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति थी। इसलिए हमने इसे एक श्रद्धांजलि के रूप में समर्पित करने का निर्णय लिया।"
शंकर महादेवन ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन एक महान कलाकार थे, जिनके पास संगीत की अद्भुत जानकारी थी। उन्होंने कहा कि मंच पर उनके साथ प्रस्तुति देने से लेकर दुनिया भर की यात्रा करने तक, उनकी उपस्थिति में हमने केवल संगीत ही नहीं सीखा, बल्कि विनम्रता, सहयोग और संगीत के माध्यम से सकारात्मकता फैलाने की कला भी सीखी।
उन्होंने कहा कि यह गाना उस्ताद जाकिर हुसैन को एक श्रद्धांजलि है।