क्या संबलपुर के मारवाड़ महोत्सव में तीन राज्यों का सांस्कृतिक संगम देखने को मिला?

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क्या संबलपुर के मारवाड़ महोत्सव में तीन राज्यों का सांस्कृतिक संगम देखने को मिला?

सारांश

संबलपुर में 12 वर्षों के बाद आयोजित मारवाड़ महोत्सव ने तीन राज्यों की सांस्कृतिक धरोहर का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। इस उत्सव ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को और मजबूत किया, जिसमें ओडिशा, राजस्थान और हरियाणा की सांस्कृतिक विविधताओं का प्रदर्शन किया गया।

Key Takeaways

  • मारवाड़ महोत्सव ने तीन राज्यों की सांस्कृतिक धरोहरों का अद्भुत मिश्रण प्रस्तुत किया।
  • इसने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना को मजबूती प्रदान की।
  • महत्वपूर्ण गण्यमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने इस महोत्सव को और भी खास बनाया।
  • सांस्कृतिक संवाद ने एकता की भावना को बढ़ावा दिया।
  • इस प्रकार के आयोजन हमारे देश की विविधता को दर्शाते हैं।

संबलपुर, 23 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। ओडिशा के संबलपुर में 12 वर्षों के बाद मारवाड़ महोत्सव का आयोजन हुआ। 18 से 22 दिसंबर तक हीराकुड के लारपंक में आयोजित इस भव्य उत्सव में संस्कृति, परंपरा और विरासत का एक अद्भुत संगम दिखाई दिया।

इस पांच दिवसीय महोत्सव में ओडिशा, राजस्थान और हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहरों और परंपराओं का संगम देखने को मिला। "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" की धारणा पर आधारित इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम का आयोजन मारवाड़ी युवा मंच, खेतराजपुर शाखा और राजस्थान फाउंडेशन ओडिशा ने मिलकर किया।

महोत्सव में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा के पंचायती राज मंत्री रवि नाइक और संबलपुर के विधायक जयनारायण मिश्रा जैसे प्रमुख व्यक्तित्व उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" का दृष्टिकोण इस महोत्सव में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा था। उन्होंने ओडिशा और राजस्थान के बीच संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के लिए संबलपुर में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि उन्हें संबलपुर में रहते हुए ऐसा नहीं लगा कि वे राजस्थान से दूर हैं, क्योंकि यहाँ बड़ी संख्या में राजस्थानी समुदाय के लोग निवास करते हैं। उन्होंने इस उत्सव को ओडिशा की समृद्ध कला और राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर का एक शानदार मिश्रण बताया।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ओडिशा को पवित्र भूमि बताते हुए कहा कि यहां की सांस्कृतिक धारा देशभर में व्यापक रूप से अपनाई जाती है। उन्होंने इस महोत्सव को ओडिशा और राजस्थान के बीच सांस्कृतिक संवाद को मजबूती देने का उत्कृष्ट अवसर बताया।

इस महोत्सव ने न केवल तीन राज्यों की सांस्कृतिक विविधताओं को प्रदर्शित किया, बल्कि यह साबित किया कि भारत की विविधता में एकता की शक्ति निहित है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर लिखा, "संबलपुर, ओड़िशा में मारवाड़ महोत्सव को संबोधित किया। ओडिशा और राजस्थान के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों की यह जीवंत परंपरा 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की भावना को मजबूती प्रदान करती है। मारवाड़ी समाज ने अपनी मेहनत और लगन से विशिष्ट पहचान बनाई है। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बड़ी संख्या उपस्थित रही। आप सभी को इस शानदार आयोजन के लिए बधाई।"

Point of View

बल्कि यह भी दर्शाया कि कैसे विभिन्न राज्यों के बीच सहयोग और संवाद से राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा दिया जा सकता है। इस प्रकार के आयोजन हमारे देश की एकता और विविधता को और मजबूत बनाते हैं।
NationPress
23/12/2025

Frequently Asked Questions

मारवाड़ महोत्सव कब और कहाँ आयोजित किया गया?
मारवाड़ महोत्सव का आयोजन 18 से 22 दिसंबर 2023 तक ओडिशा के संबलपुर में किया गया।
इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना था।
कौन-कौन से प्रमुख व्यक्ति इस महोत्सव में शामिल हुए?
इस महोत्सव में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शामिल हुए।
इस महोत्सव का आयोजन किसने किया?
इस महोत्सव का आयोजन मारवाड़ी युवा मंच, खेतराजपुर शाखा और राजस्थान फाउंडेशन ओडिशा ने मिलकर किया।
इस महोत्सव में कौन-कौन सी सांस्कृतिक धरोहरों का प्रदर्शन किया गया?
इस महोत्सव में ओडिशा, राजस्थान और हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहरों का संगम देखने को मिला।
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