क्या भाजपा नेता समीर दास बलंगा नाबालिग लड़की मामले में न्याय और जवाबदेही की मांग कर रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- समीर दास ने बलंगा मामले में न्याय की मांग की है।
- यह घटना कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है।
- भाजपा ने पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने का आश्वासन दिया है।
- राज्य सरकार से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा है।
- इस तरह की घटनाएं समाज में लापरवाही का संकेत हैं।
पुरी, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री समीर दास ने सोमवार को पुरी के बलंगा में कथित तौर पर आग लगाई गई एक नाबालिग लड़की के साथ हुई जघन्य घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस मामले में सरकार से न्याय और जवाबदेही की मांग की।
समीर दास ने इस घटना को 'बेहद परेशान करने वाला और अमानवीय अपराध' बताते हुए राज्य सरकार और पुलिस तंत्र से अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई करने का आग्रह किया।
मीडिया से बात करते हुए दास ने कहा, "इस तरह की क्रूरता किसी भी नागरिक समाज की अंतरात्मा को झकझोर देती है। सरकार को इस मामले को पूरी गंभीरता से लेना चाहिए और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए। पीड़िता न्याय की हकदार है और ओडिशा के लोग जवाबदेही की मांग करते हैं।"
दास ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति की आलोचना की, खासकर बलंगा जैसे पहले शांतिपूर्ण और सुरक्षित माने जाने वाले इलाकों में। उन्होंने आगे कहा, "लोग वर्षों से बढ़ते अपराध के खिलाफ सरकार की सख्त कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं। दुख की बात है कि ऐसे जघन्य अपराध लगातार हो रहे हैं। ऐसा लगता है कि पूरी व्यवस्था इस लड़की के साथ अन्याय कर रही है।"
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा पीड़ित परिवार और बलंगा के लोगों के साथ खड़ी है और न्याय मिलने तक इस मुद्दे को उठाती रहेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से भी अपील की कि वे व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी करें और यह सुनिश्चित करें कि दोषियों को, चाहे उनकी पृष्ठभूमि या प्रभाव कुछ भी हो, सजा मिले।
दास ने कहा, "यह सिर्फ एक घटना की बात नहीं है। यह लापरवाही और उदासीनता के एक पैटर्न को दर्शाता है। अगर अभी कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो ऐसी घटनाएं हमारे समाज को परेशान करती रहेंगी।"