क्या कोई जहर खिलाने पर उसकी पूजा करूंगा? शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने नहीं बदले तेवर

सारांश
Key Takeaways
- संजय गायकवाड़ का विवादास्पद व्यवहार
- कैंटीन कर्मचारी के साथ बदसलूकी
- मुख्यमंत्री का अनुचित व्यवहार पर बयान
- राजनीतिक माहौल में गर्मी
- शिवसेना के अंदरूनी राजनीति
मुंबई, 9 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। कैंटीन कर्मचारी के साथ बदसलूकी करने वाले शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ के तेवर अभी भी वही हैं। राजनीतिक विवाद के बावजूद संजय गायकवाड़ ने बुधवार को अपनी गलती स्वीकार करने से साफ़ इंकार कर दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि उनका रिएक्शन एकदम सही था।
संजय गायकवाड़ ने मीडिया से बातचीत में कहा, "जब कोई मुझे जहर खिलाएगा तो क्या मैं उसकी पूजा करूंगा? बाला साहेब ठाकरे ने मुझे यह नहीं सिखाया है। उन्होंने हमें सिखाया है कि अगर कोई आप पर हावी होना चाहता है तो उसे मत छोड़ो। इसलिए मेरा जो रिएक्शन था वो सही था।"
शिवसेना नेता ने इस मुद्दे पर संजय राउत की टिप्पणी का भी जवाब दिया। उन्होंने संजय राउत को 10 साल पहले के राजन विचारे के मामले की याद दिलाई।
संजय गायकवाड़ ने कहा, "10 साल पहले दिल्ली में एक वेटर ने राजन विचारे को बासी खाना परोसा था। उन्होंने उस वेटर के मुंह में रोटी ठूंस दी और उसे मारा था। उस समय संजय राउत कहां थे?"
फिलहाल संजय गायकवाड़ के इस पीटाई कांड पर महाराष्ट्र की राजनीति गर्म है। बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा में भी यह मुद्दा उठा और विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर सवाल खड़े किए।
मुंबई के आकाशवाणी विधायक गेस्ट हाउस में कैंटीन कर्मचारी को पीटा गया था। संजय गायकवाड़ ने उस कर्मचारी को थप्पड़ और घूंसे मारे थे, जिसका वीडियो वायरल हो चुका है।
विधायक ने कहा कि कैंटीन कर्मचारी ने कथित तौर पर उन्हें बासी खाना परोसा था। इस बात पर संजय गायकवाड़ भड़क गए और कर्मचारी को पीट दिया।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संजय गायकवाड़ के इस व्यवहार को अनुचित बताया है। विधानसभा में जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "विधायक संजय गायकवाड़ का व्यवहार अनुचित है और इससे जनता के बीच सभी विधायकों के बारे में नकारात्मक धारणा बनती है।"