क्या शिवसेना प्रवक्ता ने कांग्रेस को सलाह दी कि नकारात्मक प्रचार छोड़कर जनता के लिए काम करें?
सारांश
Key Takeaways
- संजय निरुपम का बयान कि लोग सरकारों को हटाने के लिए तैयार हैं।
- कांग्रेस को जनता के लिए काम करने की सलाह।
- महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष का हंगामा।
- योगी आदित्यनाथ का घुसपैठियों के खिलाफ बयान।
- राजनीतिक माहौल में बदलाव की आवश्यकता।
मुंबई, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। शिवसेना के प्रवक्ता संजय निरुपम ने कहा कि पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु की जनता अपनी-अपनी सरकारों को उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है।
संजय निरुपम ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "देश में अगले वर्ष पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन दोनों राज्यों में विपक्षी दलों का शासन है, जबकि एनडीए का कोई प्रतिनिधित्व नहीं है। किन्तु दोनों राज्यों में ऐसा माहौल है जो दर्शाता है कि लोग वर्तमान सरकारों को हटाने के लिए तत्पर हैं।"
उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर टिप्पणी करते हुए कहा, "इन दोनों राज्यों में पार्टी की स्थिति बहुत कमजोर है। चुनाव में हार के बाद, पार्टी ईवीएम और मतदाता सूची में खामियां देखने का बहाना ढूंढती है, जबकि कांग्रेस को जनता के बीच जाकर उनके लिए काम करना चाहिए। यदि कांग्रेस नकारात्मक प्रचार करती है, तो उसे फिर से हार का सामना करना पड़ेगा।"
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्षी दलों के हंगामे पर उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र विधानसभा का शीतकालीन सत्र नागपुर में शुरू हो चुका है। सत्र के आरंभ से पहले, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर हंगामा किया, जो चिंता का विषय है।"
उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र की जनता ने विपक्षी दलों को इतनी सीटें नहीं दी हैं कि वे नेता प्रतिपक्ष चुन सकें। इसके लिए किसी दल के पास सदन के सदस्यों का 10 प्रतिशत होना आवश्यक है। वर्तमान में विपक्ष के किसी भी दल के पास इतने सदस्य नहीं हैं, फिर भी वे हंगामा कर रहे हैं।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बांग्लादेशी घुसपैठियों को हटाने की बात का समर्थन करते हुए संजय निरुपम ने कहा, "यह भारत सरकार की नीति रही है कि घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बांग्लादेश वापस भेजा जाए। मैं मुख्यमंत्री के बयान का समर्थन करता हूं।"